
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि इस साल के छठ पूजा और दिवाली के त्योहारी सीजन के दौरान यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 12,500 कोच स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही, 108 ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग घर जा सकें। रेल मंत्री के अनुसार, 2024-25 में अब तक 5,975 ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं, जिससे अनुमानित 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को अपने घर पहुंचने में मदद मिलेगी।
वैष्णव ने यह भी बताया कि 2023-24 के त्योहारी सीजन में कुल 4,429 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं, जिससे बड़ी संख्या में यात्रियों को लाभ मिला था।
वंदे भारत और नमो भारत ट्रेनें:
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के बारे में बात करते हुए, रेल मंत्री ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारतीय इंजीनियरों पर विश्वास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत के विभिन्न संस्करण, जैसे वंदे भारत 1, 2, 3 और वंदे भारत स्लीपर का निर्माण शुरू हो चुका है। इसके अलावा, नमो भारत ट्रेन का नया प्रकार भी तैयार हो रहा है, जो कि भारत की पहली वंदे मेट्रो सेवा है, जिसे हाल ही में भुज और अहमदाबाद के बीच शुरू किया गया है। इस सेवा का नाम बदलकर अब “नमो भारत रैपिड रेल” रखा जाएगा।
किफायती सफर:
पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ विनीत अभिषेक ने बताया कि यह ट्रेन भुज और अहमदाबाद के बीच 11 स्टेशनों को कवर करेगी। जहां भुज से गांधीधाम तक गैर-एसी बस का किराया 110 रुपये और एसी बस का किराया 140 रुपये है, वहीं इस ट्रेन के जरिए यह यात्रा मात्र 75 रुपये में पूरी की जा सकती है, जिससे यह विकल्प और भी सस्ता और किफायती हो जाएगा।
निष्कर्ष:
त्योहारी सीजन के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़े कदम उठाए हैं। स्पेशल ट्रेनें और वंदे भारत जैसी नई सेवाएं लोगों के सफर को आसान और सस्ता बनाएंगी, जिससे बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार के साथ त्यौहार मना सकेंगे।