
नई दिल्ली: छठ महापर्व के अवसर पर घर लौटने वाले लाखों यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली क्षेत्र में ट्रेनों की सुविधाओं का निरीक्षण किया और यात्रियों को राहत देने के उद्देश्य से दिल्ली से 13 दिनों के भीतर 195 स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा की। केवल आज, 4 नवंबर को, छठ के लिए 39 विशेष ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों की ओर रवाना होंगी, ताकि त्योहार के दौरान यात्रियों को अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंचने में सुविधा मिल सके।
अध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि दिल्ली से चलने वाली 195 स्पेशल ट्रेनों में से 70 ट्रेनें आज रवाना हो रही हैं, जिनमें से 16 विशेष ट्रेनें और 4 ट्रेनें अघोषित होंगी। रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था के साथ-साथ यात्रियों के आराम का विशेष ध्यान रखते हुए सुविधाओं में भी सुधार किया है। जो यात्री कन्फर्म टिकट नहीं प्राप्त कर पाए हैं, वे अनारक्षित टिकट लेकर जनरल कोच में सफर कर सकते हैं। रेल प्रशासन ने अनारक्षित कोचों में अधिक भीड़ को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त किया है ताकि यात्री बिना किसी असुविधा के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने जानकारी दी कि इस वर्ष भारतीय रेलवे ने कुल 7,435 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है, जो पिछले वर्ष के 4,500 ट्रेनों से कहीं अधिक है। भीड़भाड़ के दौरान यात्री सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने प्रमुख स्टेशनों जैसे नई दिल्ली और आनंद विहार पर विशेष व्यवस्था की है। जनरल कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने कतार में खड़े करके यात्रियों को क्रमवार तरीके से कोच में चढ़ने की व्यवस्था की है ताकि किसी भी प्रकार की भगदड़ से बचा जा सके।
रेलवे ने छठ महापर्व पर यात्रियों की सहायता के लिए अतिरिक्त रेल सेवकों की भी नियुक्ति की है, जो वरिष्ठ और शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों की मदद कर रहे हैं।
छठ पूजा, जो उत्तर प्रदेश, झारखंड, और बिहार के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, दीपावली के बाद घर लौटने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस पर्व पर घर लौटने वाले यात्रियों की संख्या हर साल तेजी से बढ़ती है। भारतीय रेलवे द्वारा इस वर्ष किए गए विशेष प्रबंध और सुविधाएं यात्रियों को न केवल उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद कर रही हैं बल्कि त्योहार के दौरान उनकी यात्रा को भी सुखद बना रही हैं।
रेलवे की इस पहल से लाखों यात्रियों को अपने परिवार के साथ छठ महापर्व मनाने का अवसर मिल रहा है, जो भारतीय रेलवे की तत्परता और जनसेवा का प्रमाण है।