नई दिल्ली: बिहार और पूर्वांचल की संस्कृति से जुड़ा छठ पर्व अब ग्लोबल हो चुका है। इंग्लैंड के बर्मिंघम में इस बार छठ पूजा का आयोजन किया गया है, जिसे ‘बिहारिज बियॉन्ड बाउंड्री’ समूह द्वारा आयोजित किया गया। इस चार दिवसीय पर्व की शुरुआत नहाए खाए से हुई और समापन उषा अर्घ्य से होगा। आयोजन का मुख्य केंद्र बर्मिंघम का वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर है, जहां बिहार, झारखंड और पूर्वांचल से जुड़े 500 परिवार पूजा में शामिल हो रहे हैं।
समूह के संयोजक अजय कुमार ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार लगभग 100 नए परिवारों ने छठ पूजा से जुड़कर अपनी आस्था प्रकट की है। इस बार कुल 13 महिलाएं व्रत रख रही हैं और पूजा की पूरी व्यवस्था दो महीने पहले से ही की जा चुकी थी। छठ पूजा के इस आयोजन में महिलाएं पारंपरिक विधि से चने, कद्दू की दाल, चावल जैसे पकवान बनाकर साथ में सेवन कर रही हैं।
समूह ने इस बार बच्चों के लिए खास छठ पेंटिंग और छठ गीत प्रतियोगिता आयोजित की है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इस महापर्व से जुड़ी रहे। खास बात यह है कि इस बार भारतीय उच्चायोग के अधिकारी और स्थानीय नगर पार्षद भी पूजा में शामिल होंगे।
साथ ही, 6000 ठेकुए का वितरण इस साल भी किया जाएगा, जिनके पैकेट तैयार किए जा चुके हैं और प्रसाद को विदेशों में रहने वाले श्रध्दालुओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इस आयोजन से बर्मिंघम के निवासी भी अपने भारतीय संस्कारों से जुड़कर छठ पूजा का आनंद ले रहे हैं।