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उत्तराखंड में उच्च शिक्षा के सुधार पर महामंथन: 21 नवंबर को पैठाणी में उच्च शिक्षा परिषद की बैठक

Mahamanthan on reform of higher education in Uttarakhand: Higher Education Council meeting in Paithani on 21st November

देहरादून: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पैठाणी स्थित राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय में 21 नवंबर को राज्य उच्च शिक्षा परिषद की 11वीं बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में शिक्षा के 23 अहम मुद्दों पर गहन मंथन होगा, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, पीएम ऊषा, नैक प्रत्यायन, छात्रवृत्ति योजनाएं, पुस्तकालय, आईटी लैब, छात्रावास निर्माण और औद्योगिक इकाइयों से साझेदारी जैसे विषय शामिल होंगे।

बैठक के मुख्य एजेंडे

बैठक में प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा और निर्णय लिए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
– राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन: राज्य में एनईपी के तहत पाठ्यक्रमों और व्यावसायिक कोर्स की मौजूदा स्थिति।
– शैक्षणिक सुधार: पीएम ऊषा, नैक प्रत्यायन और मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजनाओं की प्रगति।
– शिक्षण सुविधाओं का उन्नयन: पुस्तकालय, आईटी लैब, मॉडल कॉलेजों का सुदृढ़ीकरण, और छात्रावास निर्माण की स्थिति।
– कौशल विकास: उद्योग जगत और शोध संस्थानों के साथ साझेदारी कर पाठ्यक्रम में कौशल विकास को प्राथमिकता देना।
– छात्रवृत्ति और पुरस्कार: मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन।

विशेषज्ञों की भागीदारी और सुझाव

बैठक में राज्य के मुख्य सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष, राजकीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षाविद, और शासन-प्रशासन के प्रतिनिधि शामिल होंगे। तमाम विशेषज्ञ भविष्य की योजनाओं और नीतियों को ठोस बनाने के लिए अपने सुझाव साझा करेंगे।

राज्य के लिए क्यों है यह बैठक महत्वपूर्ण?

राज्य उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन के अनुसार, यह बैठक उत्तराखंड में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और छात्रों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिहाज से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA) के तहत प्रदेश को मिलने वाली सहायता से संबंधित योजनाओं की प्रगति और नए निर्णय इस बैठक का हिस्सा होंगे।

भविष्य की योजनाओं पर फोकस

– ई-लाइब्रेरी और स्मार्ट क्लास: सभी कॉलेजों को डिजिटल सुविधाओं से जोड़ा गया है।
– शैक्षणिक अवसंरचना: कंप्यूटर आधारित व्यवस्थाओं का विस्तार किया जा रहा है।
– रोजगार और कौशल विकास: रोजगारपरक शिक्षा के लिए उद्योगों के साथ पाठ्यक्रमों को समेकित करना।

इस बैठक के माध्यम से राज्य सरकार और विशेषज्ञ मिलकर उच्च शिक्षा में सुधार और छात्रों के उज्जवल भविष्य की दिशा में ठोस कदम उठाने की योजना बनाएंगे।

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