
राष्ट्रीय स्मृति स्थल में स्मारक के लिए स्थानों का निरीक्षण
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के निर्माण के लिए स्थल चयन प्रक्रिया आरंभ कर दी है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर संभावित स्थानों का निरीक्षण किया। इन स्थानों में संजय गांधी के स्मारक के आसपास के क्षेत्र भी शामिल हैं।
परिवार के परामर्श से होगा निर्णय
सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार के साथ संपर्क स्थापित कर स्मारक के लिए तीन या चार विकल्पों पर चर्चा की है।
- अंतिम निर्णय बाकी: अभी तक कोई स्थल तय नहीं हुआ है।
- न्यास का गठन: स्मारक स्थल के चयन के लिए सरकार पहले एक न्यास का गठन करेगी।
- परिवार की सहमति अनिवार्य: सभी निर्णय डॉ. सिंह के परिवार के परामर्श से लिए जाएंगे।
डॉ. मनमोहन सिंह: आर्थिक सुधारों के जनक
डॉ. मनमोहन सिंह, जो दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे और भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के प्रमुख सूत्रधार माने जाते हैं, का 26 दिसंबर को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनकी स्मृति में यह स्मारक उनके योगदान को सम्मान देने के लिए प्रस्तावित है।
अंतिम संस्कार पर विवाद
डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किया गया था। इस निर्णय को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार की आलोचना की।
- कांग्रेस का आरोप: पार्टी ने डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बेहतर प्रबंधन की मांग की थी।
- आरोप-प्रत्यारोप का दौर: स्मारक और अंतिम संस्कार के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस भी हुई।
स्मारक निर्माण की अगली प्रक्रिया
सरकार स्मारक के लिए चयनित स्थल को अंतिम रूप देने के बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू करेगी। इस निर्णय से डॉ. सिंह के योगदान को स्थायी रूप से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।