राष्ट्रपति ने ‘प्रवासी भारतीय सम्मान’ से नवाज़ा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन समारोह में भाग लिया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 27 प्रवासी भारतीयों और संगठनों को ‘प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार’ प्रदान किया।
सम्मेलन में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
समारोह में राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन माझी, केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम और केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री ने भाग लिया।
‘भारतीय प्रवासी देश की पहचान’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “भारतीय प्रवासी हमारे देश की पहचान हैं। आप भारत के बेटे और बेटियां, न केवल इस पवित्र भूमि का ज्ञान और कौशल लेकर आए हैं, बल्कि वे मूल्य और लोकाचार भी लेकर आए हैं, जो हमारी सभ्यता की नींव रहे हैं।”
महत्वपूर्ण सम्मानित व्यक्ति
पुरस्कार विजेताओं में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू (पब्लिक अफेयर्स), ब्रिटेन की बैरोनेस उषा कुमारी पराशर (राजनीति) और अमेरिका की डॉ शर्मिला फोर्ड (कम्युनिटी सर्विस) शामिल हैं।
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार: सर्वोच्च सम्मान
‘प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार’ प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार उनके योगदान और भारतीय समाज, संस्कृति और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में उनकी भूमिका के लिए दिया जाता है।
प्रधानमंत्री ने किया था उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। युवा प्रवासी भारतीय दिवस उत्सव बुधवार को आयोजित किया गया था।
भविष्य के लिए प्रेरणा
यह आयोजन प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को मान्यता देने और उनके साथ गहरे संबंधों को मजबूत करने का प्रतीक है। इस कार्यक्रम ने भारत और दुनिया भर में बसे भारतीयों के बीच सहयोग और प्रेरणा का एक नया अध्याय लिखा।