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चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां तेज, सात भाषाओं में पुस्तिका और कैलेंडर जारी

Preparations for Chardham Yatra 2025 in full swing, booklet and calendar released in seven languages

शीतकालीन चारधाम यात्रा जारी, 31 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

उत्तराखंड में 2024 की चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद शीतकालीन चारधाम यात्रा जोरों पर है। अब तक 31 हजार से अधिक श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हो चुके हैं। वहीं, 2025 की चारधाम यात्रा अप्रैल-मई में शुरू होने जा रही है, जिसके लिए उत्तराखंड सरकार और बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) तैयारियों में जुट गई है।

चारधाम यात्रा 2025: अप्रैल-मई से होगी शुरुआत

उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा 2025 की व्यवस्थाओं को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं5 फरवरी को ऋषिकेश में चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें यात्रा की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा होगी। बैठक में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, एनएच, ऊर्जा विभाग, खाद्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे।

चारधाम यात्रा 2025: कपाट खुलने की तिथियां घोषित

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि 2025 में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होगी

  • गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन खुलेंगे।
  • केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन घोषित की जाएगी।
  • बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

श्रद्धालुओं के लिए सात भाषाओं में पुस्तिका और कैलेंडर जारी

चारधाम यात्रा को अधिक व्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए बीकेटीसी ने सात भाषाओं में पुस्तिका और कैलेंडर तैयार किया है, जिसका विमोचन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।

इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि यह पुस्तिका देशभर के श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के लिए प्रेरित करेगी और शीतकालीन यात्रा को भी बढ़ावा देगी

यात्रा मार्गों पर सुविधाओं का विस्तार, बैठक में होंगे अहम फैसले

चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सरकार यात्रा मार्गों के सौंदर्यीकरण और आधारभूत संरचना के विस्तार पर काम कर रही है। 5 फरवरी को होने वाली बैठक में व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अहम निर्णय लिए जाएंगे।

श्रद्धालुओं की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए इस बार यात्रा को पहले से संगठित और सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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