
हैदराबाद: तेलंगाना सरकार ने ऑनलाइन सट्टेबाजी और रमी गेम्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का फैसला किया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विधानसभा में घोषणा की कि राज्य में ऑनलाइन सट्टेबाजी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा।
ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने के लिए सख्त कदम
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि ऑनलाइन सट्टेबाजी और रमी गेम्स से अपराधों में वृद्धि हो रही है, इसलिए इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा, “सरकार न केवल ऑनलाइन सट्टेबाजी को प्रतिबंधित करेगी, बल्कि इससे जुड़े अपराधों की सजा में भी संशोधन किया जाएगा, ताकि अपराधियों को कड़ी सजा दी जा सके।”
तेलंगाना पुलिस पहले से ही ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने वालों पर शिकंजा कस रही है। अब एसआईटी के गठन से इस अभियान को और गति मिलेगी।
एसआईटी करेगी ऑनलाइन गेमिंग पर निगरानी
राज्य सरकार के मुताबिक, एसआईटी का गठन ऑनलाइन गेमिंग और रमी से जुड़े मामलों की जांच और निगरानी के लिए किया जाएगा। यह विशेष टीम उन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और व्यक्तियों को ट्रैक करेगी, जो सट्टेबाजी में लिप्त हैं।
बता दें कि तेलंगाना पहले भी ऑनलाइन सट्टेबाजी को प्रतिबंधित करने के लिए कई प्रयास कर चुका है, लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर इसकी पहुंच आसान होने के कारण इसे पूरी तरह से रोकना मुश्किल साबित हो रहा था। अब एसआईटी के गठन से इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई होने की उम्मीद है।
ऑनलाइन सट्टेबाजी के बढ़ते खतरे
हाल के वर्षों में ऑनलाइन सट्टेबाजी और रमी गेम्स ने युवाओं को तेजी से अपनी ओर आकर्षित किया है। इससे कई लोग आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं और आपराधिक गतिविधियों में भी लिप्त हो रहे हैं। इसके अलावा, अवैध सट्टेबाजी गिरोहों के कारण साइबर क्राइम और धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाएंगे।
तेलंगाना में ऑनलाइन गेमिंग पर कड़ा नियंत्रण
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद उम्मीद की जा रही है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े अवैध कारोबार पर लगाम लगेगी। एसआईटी ऐसे सभी ऐप्स और प्लेटफॉर्म्स की जांच करेगी, जो सट्टेबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं।
सरकार के इस कदम से ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी पर सख्ती से नियंत्रण किया जा सकेगा, जिससे राज्य में साइबर अपराधों में कमी आने की संभावना है।