
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के समन्वय से सीमापार आतंकी ठिकानों पर सटीक और प्रभावशाली हमले किए गए। यह ऑपरेशन भारत की सैन्य तैयारियों और आतंकवाद के खिलाफ उसकी ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति का परिचायक बन गया।
देहरादून में देशभक्ति की गूंज, निकली तिरंगा यात्रा
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए देहरादून में ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में आयोजित यह यात्रा चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल से शुरू होकर गांधी पार्क तक पहुंची। रास्तेभर देशभक्ति के नारे गूंजते रहे और शहर का वातावरण उत्साह से भर उठा।
हर वर्ग की सहभागिता, अद्वितीय एकता का दृश्य
इस यात्रा में हजारों की संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। पूर्व सैनिक, स्कूली छात्र, महिलाएं, युवा और जनप्रतिनिधियों ने तिरंगा लहराते हुए राष्ट्र के प्रति अपने सम्मान को अभिव्यक्त किया। यह आयोजन राष्ट्रीय एकता और सामूहिक चेतना का जीवंत उदाहरण बन गया।
मुख्यमंत्री ने किया शहीदों को नमन, दिया प्रेरक संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा से पूर्व शौर्य स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई सैन्य सोच का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि अब भारत खतरों का इंतजार नहीं करता, बल्कि उन्हें समाप्त करने की सामर्थ्य रखता है।
स्वदेशी रक्षा प्रणाली की सराहना
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी तकनीक के जरिए विकसित हो रही भारत की सैन्य शक्ति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत अब सीमाओं की सुरक्षा केवल बंदूकों से नहीं, बल्कि तकनीकी श्रेष्ठता और रणनीतिक दृढ़ता से करता है।
उत्तराखंड की सैन्य परंपरा को सलाम
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को ‘वीरों की भूमि’ बताते हुए कहा कि यहां का हर दूसरा परिवार किसी न किसी रूप में सेना से जुड़ा है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्रसेवा की प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
तिरंगा यात्रा को स्थायी परंपरा बनाने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को हमेशा याद रखने के लिए यह तिरंगा यात्रा प्रतिवर्ष आयोजित की जानी चाहिए। इससे आने वाली पीढ़ियों में देशभक्ति और बलिदान की भावना जागृत रहेगी।
देश के संकल्प और शक्ति का प्रतीक बना आयोजन
देहरादून में आयोजित यह तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता, साहस और एकता का संदेश देने वाला ऐतिहासिक पल बन गया। ऑपरेशन सिंदूर और इससे जुड़ा जनसहभागिता का यह स्वरूप आने वाले समय में देश को और सशक्त बनाने की प्रेरणा देगा।