
देहरादून:
उत्तराखंड सरकार ने राज्य को खेलों की नई पहचान दिलाने की दिशा में एक अहम पहल करते हुए ‘स्पोर्ट्स लीगेसी प्लान’ को लागू करने की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें समुचित प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इस योजना के अंतर्गत राज्य के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित की जाएंगी। इन अकादमियों में युवाओं को विभिन्न खेलों में आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण और विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि वे प्रतियोगी स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
खिलाड़ियों को मिलेगा स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण
सरकार का मानना है कि अकादमियों के माध्यम से खिलाड़ियों को राज्य में ही गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण मुहैया कराया जा सकेगा, जिससे उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही यह पहल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के युवाओं के लिए खेल को करियर के रूप में अपनाने का एक मजबूत मंच भी तैयार करेगी।
खेल संस्कृति को मिलेगा नया आयाम
इस योजना से राज्य में खेलों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और स्थानीय स्तर पर खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। सरकार का लक्ष्य केवल खेलों में पदक लाना नहीं है, बल्कि युवाओं को अनुशासन, नेतृत्व और टीम भावना जैसी मूलभूत योग्यताओं से भी लैस करना है।
निष्कर्ष:
‘स्पोर्ट्स लीगेसी प्लान’ उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो राज्य को खेलों के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद कर सकता है।