
मुंबई, जून 2025: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में सोमवार सुबह एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ, जिसमें चलती लोकल ट्रेन से गिरकर पांच यात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब कसारा लोकल ट्रेन अत्यधिक भीड़ के साथ यात्रा कर रही थी और कई यात्री दरवाजे से लटके हुए थे। अचानक साइड ट्रैक से गुजर रही पुष्पक एक्सप्रेस की चपेट में आने से ये यात्री संतुलन खो बैठे और ट्रेन से गिर पड़े।
हादसे ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से मुंबई लोकल ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया गया है कि कुल आठ लोग ट्रेन से नीचे गिरे, जिनमें से पांच की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है और उनकी पहचान की प्रक्रिया जारी है।
रेलवे बोर्ड ने लिया त्वरित संज्ञान
घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने तत्काल संज्ञान लिया और उपनगरीय ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के निर्देश जारी किए। अब से मुंबई की सभी लोकल ट्रेनों में ऑटोमेटिक डोर क्लोजिंग सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत चलती ट्रेन के दरवाजे स्वतः बंद रहेंगे ताकि कोई भी यात्री लटककर यात्रा न कर सके।
कोच होंगे पुनः डिज़ाइन
रेलवे ने यह भी निर्णय लिया है कि सभी पुराने कोचों को दोबारा डिजाइन किया जाएगा ताकि उन्हें ऑटोमेटिक दरवाजों से लैस किया जा सके। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है और इसका कार्यान्वयन जल्द ही शुरू किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन की तत्परता
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चलाया गया। हालांकि हादसे के कारण कुछ समय के लिए लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
वीडियो वायरल, जनाक्रोश बढ़ा
घटना के बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो गए हैं जिनमें यात्री ट्रेन से गिरते नजर आ रहे हैं। लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है और रेलवे से ठोस सुरक्षा उपायों की मांग की जा रही है।
मुंबई जैसे महानगर में लोकल ट्रेनें जीवन रेखा हैं, लेकिन लगातार बढ़ती भीड़ और पुराने ढांचे ने इन्हें खतरनाक बना दिया है। इस हादसे के बाद उम्मीद की जा रही है कि रेलवे अब यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।