
देहरादून, 11 जून – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़े साइबर ठगी मामले का खुलासा करते हुए महाराष्ट्र के नागपुर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी वैभव मनोज गाडगे पर आरोप है कि वह सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर लोगों को ऑनलाइन ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देता था और इस बहाने लाखों रुपये की ठगी कर चुका है।
व्हाट्सएप के जरिए फंसाता था जाल में
पुलिस के अनुसार, आरोपी लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से प्रतिष्ठित ट्रेडिंग कंपनियों के नाम पर मैसेज भेजता था। इन संदेशों में निवेश करने पर मोटे मुनाफे का झांसा दिया जाता था। जिन लोगों को यह मैसेज मिलते थे, उन्हें विशेष व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता था, जहां पहले से मौजूद सदस्य खुद के लाभ के स्क्रीनशॉट साझा कर विश्वास अर्जित करते थे।
फर्जी एप के जरिए दिखाता था मुनाफा
पीड़ितों को यह यकीन दिलाने के लिए कि उनका पैसा सही जगह निवेश हो रहा है, आरोपी एक नकली एप का इस्तेमाल करता था। इस एप के डैशबोर्ड पर दिखाया जाता था कि उनकी जमा धनराशि पर भारी मुनाफा हो रहा है। इससे प्रभावित होकर कई लोग बार-बार निवेश करते थे, लेकिन वास्तव में उनका पैसा जालसाजों के खातों में जा रहा था।
81 लाख रुपये की ठगी, करोड़ों का लेन-देन
STF की जांच में सामने आया है कि इस साइबर गिरोह ने केवल एक मामले में ही 81.45 लाख रुपये की ठगी की है। साथ ही आरोपी के बैंक खातों की पड़ताल में पाया गया कि पिछले 4-5 महीनों में इन खातों में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है। यह लेन-देन संदिग्ध प्रतीत होता है और मामले की तह तक जाने के लिए आगे की जांच जारी है।
कई राज्यों में दर्ज हैं शिकायतें
STF के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपी के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में कम से कम 8 साइबर अपराध से संबंधित शिकायतें दर्ज हैं। इन मामलों की जानकारी जुटाने के लिए विभिन्न राज्यों की पुलिस से संपर्क साधा गया है।
जांच जारी, नेटवर्क का हो रहा विस्तार से विश्लेषण
फिलहाल, आरोपी से पूछताछ जारी है और जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। साथ ही जिन खातों में धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि भेजी गई, उनकी गहराई से जांच की जा रही है। STF की इस कार्रवाई को साइबर अपराध पर एक महत्वपूर्ण प्रहार माना जा रहा है।