भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों ने रचा इतिहास, पहली बार अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना
Astronauts from India, Poland, and Hungary Make History with First Joint Mission to Space Station

केप केनवेरल (फ्लोरिडा), 25 जून 2025 – भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों ने आज इतिहास रच दिया जब वे एक निजी अंतरिक्ष मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए। यह मिशन अमेरिका की Axiom Space कंपनी द्वारा संचालित है, और लॉन्चिंग SpaceX के Falcon 9 रॉकेट द्वारा की गई।
🌍 कौन-कौन हैं इस ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा?
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गुरुपाल शुक्ला (भारत) – भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और 1984 के राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे व्यक्ति।
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स्लावोस उज़नास्की (पोलैंड) – यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के वैज्ञानिक।
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तिबोर कापु (हंगरी) – हंगरी के ह्यूनॉर (HUNOR) प्रोग्राम के तहत चुने गए यांत्रिक इंजीनियर।
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पेगी व्हिटसन (USA) – अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री और इस मिशन की कमांडर।
🛰️ मिशन की प्रमुख बातें
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यह मिशन Axiom Mission 4 (Ax-4) के नाम से जाना जा रहा है।
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उड़ान NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर (फ्लोरिडा) से हुई।
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चारों अंतरिक्ष यात्री लगभग 14 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताएंगे।
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वे अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण (microgravity) में वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे और पृथ्वी का अवलोकन करेंगे।
🇮🇳 भारत के लिए क्या है खास?
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शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन (2027) की दिशा में बड़ा कदम है।
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यह भारत की पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय निजी अंतरिक्ष मिशन में भागीदारी है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक मिशन के लिए बधाई दी और कहा, “भारत एक बार फिर अंतरिक्ष में विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है।”
📡 क्या होगा आगे?
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स्पेसएक्स का कैप्सूल 26 जून को ISS से डॉक करेगा।
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वापसी की संभावना 9-11 जुलाई 2025 के बीच बताई जा रही है।
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यह मिशन निजी कंपनियों द्वारा संचालित भविष्य के अंतरिक्ष स्टेशनों के लिए रास्ता खोलता है।
🔴 India 7 Live News आपके लिए लाया यह खास रिपोर्ट — अंतरिक्ष इतिहास का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। भारत का तिरंगा अब अंतरिक्ष में भी लहरा रहा है।



