Helicopter Crash: उत्तरकाशी विमान हादसे पर AAIB ने जारी की जांच रिपोर्ट, हादसे की ये वजह आई सामने
AAIB की रिपोर्ट में खुलासा – ओवरहेड फाइबर केबल से टकराया हेलिकॉप्टर, इमरजेंसी लैंडिंग की नाकाम कोशिश बनी हादसे की वजह

📅 20 जुलाई 2025 | India7Live डेस्क
📍 उत्तरकाशी, उत्तराखंड
📰 घटना का संक्षिप्त विवरण:
उत्तरकाशी के गंगनानी में 8 मई को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जो गंगोत्री धाम की ओर जा रहा था। इस हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ था।
🛑 AAIB की जांच रिपोर्ट में क्या आया सामने?
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (Aircraft Accident Investigation Bureau – AAIB) ने इस हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक:
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पायलट ने आपातकालीन लैंडिंग की कोशिश की थी।
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लैंडिंग के दौरान हेलिकॉप्टर का मुख्य रोटर सड़क किनारे लगी ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया।
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इसी टक्कर की वजह से हेलिकॉप्टर अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हालांकि, उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने इस रिपोर्ट की जानकारी होने से इंकार कर दिया है।
🔍 हादसे के वीभत्स दृश्य:
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हादसा इतना भयंकर था कि हेलिकॉप्टर दो टुकड़ों में बंट गया।
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5 यात्री हेलिकॉप्टर से छिटककर बाहर गिर पड़े, जिनमें से दो शवों की हालत बेहद खराब थी।
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दो शव हेलिकॉप्टर के अंदर फंसे रह गए, जिन्हें कटर से काटकर निकाला गया।
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राहत और बचाव दल को खाई और चट्टानों की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
🧍♀️ मृतकों की सूची:
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काला सोनी, महिला, 61 वर्ष – मुंबई
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विजया रेड्डी, महिला, 57 वर्ष – मुंबई
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रुचि अग्रवाल, महिला, 56 वर्ष – मुंबई
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राधा अग्रवाल, महिला, 79 वर्ष – उत्तर प्रदेश
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वेदवती कुमारी, महिला, 48 वर्ष – आंध्र प्रदेश
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रॉबिन सिंह, पुरुष, 60 वर्ष – गुजरात (पायलट)
💔 घायल यात्री:
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मस्तू भास्कर, पुरुष, 51 वर्ष – आंध्र प्रदेश
🛫 DGCA की भी जांच जारी:
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने इस दुर्घटना की जानकारी नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को दी थी। DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीमें भी इस हादसे की जांच कर रही हैं।
📌 India7Live की राय:
हेलिकॉप्टर सेवाओं के बढ़ते उपयोग के बीच इस तरह की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। AAIB की रिपोर्ट ने तकनीकी चूक को सामने रखा है, लेकिन ज़रूरत है कि ऐसी सेवाओं पर कड़ी निगरानी और नियमित ऑडिट किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों की जानें सुरक्षित रहें।