कुलगाम मुठभेड़ नौवें दिन में, दो जवान शहीद; घने जंगल में आतंकी अब भी छिपे
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हाल के वर्षों का सबसे लंबा एनकाउंटर, सेना ड्रोन और हेलीकॉप्टर से कर रही आतंकियों को निशाना

कुलगाम (जम्मू-कश्मीर), 9 अगस्त — जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ शनिवार को नौवें दिन में प्रवेश कर गई। इस दौरान दो सेना के जवान शहीद हो गए। यह मुठभेड़ हाल के वर्षों में सबसे लंबी मानी जा रही है, जहां आतंकी घने अल्पाइन जंगलों में गहराई से छिपे हुए हैं।
सेना ने शहीद जवानों की पहचान लांस नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के रूप में की है। चिनार कॉर्प्स ने कहा, “राष्ट्र के प्रति कर्तव्य निभाते हुए उनकी शहादत और साहस हमें हमेशा प्रेरित करेगा।”
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, रातभर चली गोलीबारी में दो और सैनिक घायल हो गए, जिससे घायलों की संख्या 10 हो गई है। सेना की विशेष टुकड़ियां, पैरा-ट्रूपर्स, पुलिस और सीआरपीएफ के सैकड़ों जवान इस बड़े संयुक्त ऑपरेशन में शामिल हैं। यह ऑपरेशन पिछले शुक्रवार को खुफिया सूचना के बाद शुरू हुआ था, जिसमें इलाके में बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी।
सुरक्षा बलों ने ड्रोन और अटैक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया है। हवाई निगरानी और सटीक हमलों के जरिए घने जंगलों में छिपे आतंकियों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
शुरुआती मुठभेड़ में एक स्थानीय आतंकी मारा गया था। पुलिस का मानना है कि शुरुआत में पांच आतंकी मौजूद थे, जिनमें कम से कम तीन विदेशी आतंकी शामिल हैं, जो जंगल में लड़ाई की विशेष ट्रेनिंग प्राप्त किए हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, जो खुद मौके पर मौजूद हैं, ने कहा, “इलाका और घना जंगल होने के कारण समय लग रहा है, लेकिन हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे।”
यह ऑपरेशन उस घटना के कुछ दिन बाद शुरू हुआ, जिसमें सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के ऊपरी इलाकों में तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। ये आतंकी 22 अप्रैल को पहलगाम नरसंहार में 26 लोगों की हत्या में शामिल थे।