
हल्द्वानी: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हल्द्वानी स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, गौलापार में एशियाई कैडेट कप फेंसिंग प्रतियोगिता का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सभी खिलाड़ी अनुशासन, परिश्रम और सकारात्मक सोच से न केवल खेलों में नई ऊँचाइयाँ हासिल करेंगे, बल्कि समाज के लिए आदर्श प्रस्तुत करते हुए उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के “विकल्प रहित संकल्प” में भी अपना योगदान देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना और खेल किट योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से लगातार कार्य कर रही है। साथ ही उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार के जरिए खिलाड़ियों की उपलब्धियों को सम्मानित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटा पुनः लागू किया गया है तथा राष्ट्रीय खेल दिवस पर उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रचते हुए 7वां स्थान हासिल किया।
राज्य में ₹517 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना विकसित की जा रही है। यही कारण है कि उत्तराखण्ड अब राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए भी एक अहम गंतव्य बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण, जल-संरक्षण और नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, श्री राम सिंह कैड़ा, श्री प्रमोद नैनवाल, फेंसिंग महासंघ के महासचिव श्री राजीव मेहता, उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष श्री महेश नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दीपा दरमवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री प्रताप बिष्ट सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी, खेल प्रेमी और अन्य देशों से आए खिलाड़ी उपस्थित रहे।