
नई दिल्ली: 1 मई, गुरुवार की सुबह भारत में सोने की कीमतों में अचानक बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 2,000 रुपये से अधिक की गिरावट के साथ दिल्ली में 24 कैरेट सोना 95,880 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें लगातार ऊंचाई छू रही थीं और 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुकी थीं।
वैश्विक संकेतों का दिखा असर
सोने की कीमतों में यह गिरावट मुख्य रूप से वैश्विक बाजारों में व्यापार तनाव कम होने और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के चलते देखने को मिली है। अमेरिका और चीन समेत अन्य प्रमुख वैश्विक साझेदारों के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार की उम्मीद ने निवेशकों को सुरक्षित संपत्तियों से दूर कर दिया है, जिससे सोने की मांग में अचानक कमी आई है।
डॉलर की मजबूती ने घटाई मांग
सोने को आमतौर पर एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, खासकर जब वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता का माहौल होता है। लेकिन जैसे ही अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ और वैश्विक व्यापारिक तनाव में कमी की खबरें सामने आईं, निवेशकों का रुझान सोने की ओर से हटने लगा। इससे कीमतों पर दबाव बना और एक दिन में ही 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आ गई।
हालिया तेजी के बाद आई राहत
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में अमेरिकी मंदी की आशंकाओं और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा गया था। कई शहरों में सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गई थी। ऐसे में अब आई यह गिरावट आम ग्राहकों के लिए राहतभरी खबर हो सकती है।
निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, और आने वाले दिनों में यदि वैश्विक आर्थिक स्थिति में दोबारा अनिश्चितता आती है, तो सोना फिर से निवेश का प्रमुख विकल्प बन सकता है। हालांकि, वर्तमान में बाजार स्थिरता की ओर बढ़ रहा है, जिससे कीमतों में कुछ और नरमी देखी जा सकती है।