Blogweatherदेश

देश के मौसम में बड़ा बदलाव: दक्षिण और पूर्वोत्तर में भारी बारिश, राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी

Big change in the country's weather: Heavy rain in South and Northeast, severe heat wave continues in Rajasthan

नई दिल्ली: देशभर में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने से दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है, वहीं उत्तर-पश्चिम और पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी और लू का कहर बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी दिनों में भारी बारिश और हीटवेव को लेकर चेतावनी जारी की है।

दक्षिण भारत में मानसून की दस्तक

केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में मानसून की सक्रियता तेज हो गई है। केरल और माहे में बिजली चमकने के साथ मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है। तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तेलंगाना में अगले कुछ दिनों तक गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। 26 मई को लक्षद्वीप में भी तेज वर्षा के आसार हैं।

महाराष्ट्र और गुजरात में भी वर्षा की संभावना

पश्चिमी भारत में भी मौसम बदल रहा है। कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक भी देखने को मिल सकती है। गुजरात में भी आंधी और तूफान की स्थिति बन सकती है।

पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय वर्षा

पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में अगले सप्ताह तक भारी बारिश की संभावना है। असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मूसलधार बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है।

उत्तर भारत में मिला-जुला असर

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है। वहीं, राजस्थान के कई इलाकों में धूल भरी आंधी चल सकती है। हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी गई है।

राजस्थान में लू का कहर जारी

जहां एक ओर देश के कई राज्यों में बारिश से राहत मिल रही है, वहीं राजस्थान में गर्म हवाओं का कहर जारी है। मौसम विभाग ने पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान में हीटवेव को लेकर चेतावनी दी है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

आने वाले दिनों में और सक्रिय होगा मानसून

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से उत्तर और मध्य भारत की ओर बढ़ेगा। इससे कृषि क्षेत्रों को राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन कई इलाकों में भारी बारिश के कारण सतर्कता बरतना जरूरी होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button