
शिकायत के बाद विजिलेंस ने रची गिरफ्तारी की रणनीति
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाते हुए विजिलेंस टीम ने देहरादून के आईएसबीटी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक देवेंद्र खुगशाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर आरोप है कि उसने एक भूमि विवाद के मामले में पीड़ित से जांच में राहत देने के बदले पांच लाख रुपये की मांग की थी।
गैंगस्टर एक्ट की धमकी देकर मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस सेक्टर कार्यालय, देहरादून में दर्ज शिकायत में बताया कि बजांरावाला में चल रहे भूमि विवाद में चौकी प्रभारी ने उनके मित्रों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की धमकी दी। इसके बदले जांच से नाम हटाने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस ने कार्रवाई की योजना बनाई।
विजिलेंस टीम ने की ट्रैप कार्रवाई, मौके पर पकड़ा गया अधिकारी
सतर्कता विभाग ने 14 मई को एक ट्रैप टीम तैयार की और तय योजना के अनुसार पीड़ित को आरोपी को एक लाख रुपये की पहली किश्त देने भेजा। जैसे ही देवेंद्र खुगशाल ने रिश्वत की रकम ली, विजिलेंस टीम ने उन्हें तुरंत रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज
सतर्कता निदेशक वी. मुरुगेशन ने बताया कि इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह एक बड़ा नेटवर्क तो नहीं है। निदेशक ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सफल ऑपरेशन पर ट्रैप टीम को मिलेगा इनाम
इस साहसिक ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाने वाली ट्रैप टीम को नकद इनाम देने की घोषणा भी की गई है। विजिलेंस की इस कार्रवाई से प्रशासनिक तंत्र में पारदर्शिता बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की दिशा में एक सशक्त संदेश गया है।
जनता में बढ़ा भरोसा, प्रशासन पर निगरानी तेज
इस घटना के बाद आम लोगों में उम्मीद जगी है कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अब कार्रवाई होना संभव है। राज्य सरकार और विजिलेंस विभाग की सख्ती से यह संदेश स्पष्ट है कि अब भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।