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कठुआ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, 3 आतंकी ढेर, 4 जवान शहीद

Encounter between security forces and terrorists in Kathua, 3 terrorists killed, 4 soldiers martyred

कठुआ, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच ज़बरदस्त मुठभेड़ हुई। इस भीषण संघर्ष में तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। दुर्भाग्य से, चार बहादुर जवान इस मुठभेड़ में शहीद हो गए। शहीदों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) के तीन सदस्य शामिल थे, जिन्हें गंभीर चोटें आने के बाद इलाज के लिए जम्मू मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन वे जिंदगी की जंग हार गए।

घातक मुठभेड़ और अभियान की शुरुआत

सूत्रों के अनुसार, यह मुठभेड़ कठुआ के राजबाग इलाके के घाटी जूथाना क्षेत्र में हुई, जहां पांच आतंकवादियों का एक समूह छिपा हुआ था। शुरुआती गोलीबारी में विशेष पुलिस अधिकारी भरत चलोत्रा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। बाद में उनकी हालत स्थिर बताई गई।

सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और आतंकियों को खत्म करने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि ये आतंकी पहले के सान्याल जंगल से भागे हुए थे या हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ की थी।

सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई

मुठभेड़ स्थल घने जंगलों से घिरे एक नाले के पास स्थित था, जहां सुरक्षाबलों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने मोर्चा संभाला और तीन आतंकियों को मार गिराया। ऑपरेशन के दौरान एक उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) सहित तीन सुरक्षाकर्मियों के फंसे होने की भी खबर आई।

बॉर्डर के पास चलाया गया तलाशी अभियान

इससे पहले रविवार को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के एक समूह को रोकने की कोशिश की थी। हालांकि, व्यापक तलाशी अभियान के बावजूद वे भागने में सफल रहे। माना जा रहा है कि वही आतंकवादी बाद में कठुआ के जाखोले इलाके में देखे गए, जहां गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ उनकी मुठभेड़ हुई।

गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन आतंकियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के अतिरिक्त बलों को तुरंत बुलाया गया। कठुआ जिले के सुफैन गांव में गोलियों, ग्रेनेड और रॉकेटों की गूंज सुनाई देने लगी। पूरे दिन यह मुठभेड़ चलती रही, जिसमें कई बड़े विस्फोट भी हुए।

आधुनिक तकनीक से चलाया गया ऑपरेशन

इस अभियान में हेलीकॉप्टर, ड्रोन, बुलेटप्रूफ वाहन और खोजी कुत्तों सहित अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इससे पहले, रविवार शाम को पाकिस्तान सीमा के पास सान्याल गांव में आतंकियों के एक समूह को रोकने का प्रयास किया गया था।

तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को आतंकवादियों के ठिकानों से एम-4 कार्बाइन की चार मैगजीन, दो ग्रेनेड, बुलेटप्रूफ जैकेट, खाने के पैकेट और आईईडी बनाने की सामग्री बरामद हुई। पुलिस का मानना है कि ये आतंकी हाल ही में पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए थे और घाटी में किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे।

वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में अभियान जारी

पूरे ऑपरेशन की निगरानी जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात और जम्मू क्षेत्र के आईजी भीम सेन टूटी कर रहे हैं। पिछले चार दिनों से कठुआ में आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहा है, और सुरक्षाबल आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखे हुए हैं।

सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, घुसपैठियों पर कड़ी नजर

इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं। सुरक्षा बल अब भी इलाके में छानबीन कर रहे हैं और किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं। कठुआ और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अन्य आतंकी गतिविधि को रोका जा सके।

शहीद जवानों को देश का सलाम

इस ऑपरेशन में जान गंवाने वाले बहादुर जवानों को पूरा देश नमन कर रहा है। सरकार ने शहीदों के परिवारों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। वहीं, सुरक्षाबलों का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी और देश की सुरक्षा के लिए वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

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