
पीड़ित को डॉलर दिलाने का दिया झांसा, फिर लूट लिए लाखों रुपये
देहरादून के प्रेमनगर इलाके में सस्ते में डॉलर दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी और डकैती का मामला सामने आया है। इस घटना में 3 पुलिसकर्मियों समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पीड़ित को सस्ते में 20,000 डॉलर दिलाने का झांसा देकर बुलाया और फिर उससे 7.5 लाख रुपये लूट लिए। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक 2.3 लाख रुपये और नकली डॉलर बरामद किए हैं।
कैसे रची गई साजिश?
पीड़ित यशपाल सिंह असवाल, जो कि ऋषिकेश का रहने वाला एक प्रॉपर्टी डीलर है, ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी मुलाकात कुछ समय पहले कुंदन नेगी नामक व्यक्ति से हुई थी। कुंदन ने बताया कि उसके कुछ परिचितों के पास 20,000 डॉलर हैं, जिन्हें वह सस्ते में भारतीय रुपये में बदलना चाहते हैं। इस ऑफर के झांसे में आकर पीड़ित ने सौदा 8 लाख रुपये में तय किया।
बैग लूटकर भागे, ढाई लाख रुपये लौटाए
- 31 जनवरी को पीड़ित 7.5 लाख रुपये लेकर सौदा करने झाझरा के पास बालाजी मंदिर पहुंचा।
- वहां पहले से मौजूद राजेश रावत, राजेश चौहान, राजकुमार चौहान और हसीन उर्फ अन्ना से मुलाकात हुई।
- बातचीत के दौरान दो लोग पुलिसकर्मी बनकर वहां पहुंचे, जिनमें से एक वर्दी में था और दूसरा सादे कपड़ों में।
- आरोपियों ने खुद को पुलिस बताकर पीड़ित को धमकाया, मारपीट की और उसका बैग छीन लिया।
- हालांकि, जाते-जाते ढाई लाख रुपये उसे वापस कर दिए।
मुख्य मास्टरमाइंड रुड़की से गिरफ्तार, नकली डॉलर बरामद
देहरादून पुलिस ने एसएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में इस मामले की जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद मुख्य मास्टरमाइंड को रुड़की से गिरफ्तार किया गया, जिससे नकली डॉलर की गड्डियां बरामद हुईं।
9 आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिसकर्मियों की संलिप्तता चौंकाने वाली
थाना प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि इस मामले में कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 3 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों में—
नाम | तैनाती/स्थान |
---|---|
अब्दुल रहमान | IRB-II झाझरा, प्रेमनगर, देहरादून |
सालम | IRB-II झाझरा, प्रेमनगर, देहरादून |
इकरार | थाना प्रेमनगर, देहरादून |
राजकुमार | आरोपी |
राजेश रावत | आरोपी |
कुंदन सिंह नेगी | आरोपी |
राजेश कुमार चौहान | आरोपी |
हसीन उर्फ अन्ना | आरोपी |
एक अन्य व्यक्ति | आरोपी |
कैसे करते थे ठगी?
- आरोपी पहले असली डॉलर के कुछ नोट दिखाकर लोगों को विश्वास में लेते थे।
- फिर उन्हें बड़ी मात्रा में नकली डॉलर देकर रुपये ऐंठ लेते थे।
- बरामद 500 डॉलर में से सिर्फ 4 नोट असली पाए गए, बाकी सब नकली थे।
- नकली डॉलर आरोपी स्कैन करके तैयार करते थे।
क्या बरामद हुआ?
- 2 लाख 30 हजार रुपये नकद
- 500 डॉलर (जिसमें सिर्फ 4 असली)
- दो नकली डॉलर की गड्डियां
पुलिस कर रही आगे की जांच
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ डकैती और ठगी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में अभी और जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस गिरोह ने कितने लोगों को अपने जाल में फंसाया है।