पौड़ी गढ़वाल: प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज गुरुवार को जनपद पौड़ी के लैंसडाउन में वीर जवानों के साथ दीपावली का पर्व मनाया। इस दौरान उन्होंने सैनिकों की बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि वह स्वयं को वीर जवानों के बीच पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
सैनिक परिवार की चुनौतियों का एहसास
सीएम धामी ने कहा कि वह एक सैनिक परिवार से आते हैं और उन्हें इस बात का एहसास है कि सैनिकों के परिवारों को कितनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। “अनुशासन, देश सेवा और राज्य सेवा की सीख मैंने सेना से ही ली है,” उन्होंने कहा।
दीपावली का महत्व
सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आज का दिन बहुत खास है। पर्व तभी होता है, जब परिवार साथ हो। हम सब मिलकर इस पर्व को मना रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सैनिक अपने कर्तव्यों के कारण परिवार से दूर रहकर भी देश की रक्षा में लगे रहते हैं, ताकि पूरे देश के लोग सुरक्षित और निश्चिंत होकर दीपावली मना सकें।
भगवान राम की वापसी का उत्सव
सीएम धामी ने दीपावली के पर्व को विशेष बताते हुए कहा, “इस बार की दीपावली हमारे लिए खास है, क्योंकि हम 500 वर्षों से इस दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे। भगवान राम अपने महल में दीपावली मना रहे हैं।”
सैनिकों के लिए नई पहलों की घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शहीद सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली धनराशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सैनिकों को बेहतर उपकरण और संसाधन मिल रहे हैं, जिससे उनका मनोबल बढ़ा है।
कार्यक्रम के समापन पर सीएम धामी ने वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया, जिससे सैनिकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना को बढ़ावा मिला।
यह दीपावली का पर्व केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि सैनिकों के प्रति समर्पण और कर्तव्य का प्रतीक बन गया है।