तेनी, तमिलनाडु: तमिलनाडु के तेनी जिले के प्रसिद्ध बालासुब्रमण्यम मंदिर में एक अनोखी परंपरा के तहत एक श्रद्धालु ने “पवित्र नारियल” 3 लाख रुपये में खरीदा। ये घटना उस समय हुई जब 350 साल पुराने इस मंदिर में वार्षिक कांडा षष्ठी सूरसंकरम उत्सव का आयोजन हो रहा था। इस पर्व का समापन भगवान मुरुगन और देवयानई के दिव्य विवाह (थिरुकल्याणम) के साथ होता है।
उत्सव के दौरान नारियल को कुंभ कलासम (पवित्र बर्तन) में रखकर विशेष पूजा की जाती है और इसे विवाह के पवित्र हार (थिरुमंगल्यम) के साथ पवित्र माना जाता है। जब समारोह संपन्न होता है, तब इस नारियल को श्रद्धालुओं के बीच नीलामी के लिए रखा जाता है। इस वर्ष नीलामी की शुरुआत 6,001 रुपये से हुई, लेकिन बोली तेजी से बढ़ती गई और अंततः पोडिनायक्कनुर के रंगनाथपुरम निवासी भक्त मुरुगेसन ने 3,03,000 रुपये की बोली लगाकर इसे प्राप्त किया।
नीलामी जीतने के बाद मुरुगेसन ने कहा, “मैं इस विशेष नारियल को लेकर बहुत खुश हूं। मेरा मानना है कि इस पवित्र नारियल से हमारे परिवार के जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।” यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष यह नारियल केवल 36,000 रुपये में बिका था, जबकि इस वर्ष इसकी कीमत लाखों तक पहुंच गई। नीलामी के दौरान वहां मौजूद भक्त भगवान के जयकारे लगाते रहे, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।
बालासुब्रमण्यम मंदिर का कांडा षष्ठी उत्सव और विशेष नारियल की नीलामी भक्तों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है। श्रद्धालु इसे पुण्य अर्जन और परिवार के कल्याण का प्रतीक मानते हैं।