
प्रयागराज: महाकुंभ के 29वें दिन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। वह कुंभ में संगम स्नान करने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति बन गई हैं। इससे पहले, 1954 के कुंभ में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संगम स्नान किया था।
सीएम योगी और राज्यपाल ने किया स्वागत
राष्ट्रपति मुर्मू के प्रयागराज आगमन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से राष्ट्रपति सीधे महाकुंभ मेला क्षेत्र पहुंचीं। अरैल घाट से जेटी के जरिए संगम स्नान के लिए निकलीं।
संगम तट पर गंगा आरती और पूजा-अर्चना
त्रिवेणी संगम पहुंचकर राष्ट्रपति ने गंगा स्नान किया और मां गंगा को पुष्प अर्पित किए। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा आरती की, नारियल और चुनरी अर्पित की। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद थीं।
राष्ट्रपति ने किया पक्षियों को दाना खिलाने का पुण्य कार्य
संगम स्नान के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मू ने सीएम योगी के साथ पक्षियों को दाना भी डाला। यह क्षण धार्मिक और पर्यावरणीय चेतना के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
महाकुंभ में 8 घंटे बिताएंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू कुल 8 घंटे प्रयागराज महाकुंभ में रहेंगी। स्नान के बाद, वह लेटे हनुमान मंदिर और अक्षय वट के दर्शन करने भी जाएंगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। संगम क्षेत्र और पूरे महाकुंभ परिसर में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
राष्ट्रपति का यह दौरा ऐतिहासिक
1954 के बाद यह पहली बार है जब किसी राष्ट्रपति ने कुंभ में आस्था की डुबकी लगाई है। यह न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि महाकुंभ 2025 को एक वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करने का भी संकेत देता है।