देहरादून : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से दिल्ली का सफर अब सिर्फ ढाई से तीन घंटे में पूरा होगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का 98 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और इसे फरवरी 2025 में आम जनता के लिए खोलने की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे।
प्रमुख बातें:
- टोल टैक्स का नया नियम:
इस हाईवे की खासियत यह है कि कोई टोल प्लाजा नहीं होगा। नए नियम के तहत वाहन चालकों को केवल उतनी ही दूरी का भुगतान करना होगा जितना उन्होंने हाईवे पर सफर किया होगा। - घटेगी दूरी और समय:
- मौजूदा 260 किमी की दूरी घटकर 210 किमी रह जाएगी।
- दिल्ली-देहरादून का सफर, जो अभी 6-7 घंटे में पूरा होता है, ढाई से तीन घंटे में पूरा होगा।
- नया मार्ग सहारनपुर, शामली, बागपत और बड़ौत के रास्ते दिल्ली को जोड़ेगा।
- शिवालिक पहाड़ियों और राजाजी नेशनल पार्क के नजारे:
एक्सप्रेस-वे का 10-15 किमी का हिस्सा शिवालिक की खूबसूरत पहाड़ियों और राजाजी नेशनल पार्क के ऊपर से गुजरेगा। इसके लिए 12 किमी लंबा एशिया का सबसे बड़ा एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनाया गया है। - 18 हजार करोड़ की लागत से तैयार:
- 210 किमी लंबा हाईवे 18 हजार करोड़ रुपये की लागत से तीन साल में तैयार हुआ है।
- इसमें 5 रेलवे ब्रिज, 16 एग्जिट और एंट्री पॉइंट, चार्जिंग स्टेशन और देहरादून में एक टनल भी शामिल हैं।
- फरवरी 2021 में हुई थी घोषणा:
26 फरवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना की घोषणा की थी। हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण कर इसे समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
राज्य को मिलेगा बड़ा लाभ:
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा को तेज और सुगम बनाएगा बल्कि उत्तराखंड में पर्यटन और व्यापार को भी नई ऊंचाइयां देगा। यह प्रोजेक्ट उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
“खूबसूरत नजारों के बीच तेज और आरामदायक सफर का सपना जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है।”