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केदारनाथ पहुंचे 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया, विकास कार्यों की सराहना

16th Finance Commission Chairman Arvind Panagariya reached Kedarnath, praised the development work

रुद्रप्रयाग। 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया मंगलवार, 20 मई 2025 को आयोग के अन्य सदस्यों के साथ केदारनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा केदार के दर्शन कर देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।

पुनर्निर्माण कार्य बने आदर्श मॉडल

केदारनाथ धाम के दर्शन के पश्चात डॉ. पनगढ़िया ने केदारपुरी में चल रही विभिन्न निर्माण परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता और गति को संतोषजनक बताते हुए कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देना प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ये निर्माण कार्य भविष्य में देश के अन्य तीर्थ स्थलों के लिए आदर्श बन सकते हैं।

प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक महत्व को सराहा

डॉ. पनगढ़िया ने कहा कि केदारनाथ केवल धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि यह हिमालय की गोद में बसा एक अद्वितीय प्राकृतिक धरोहर है। यहां का वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक ऊर्जा इस स्थान को विशेष बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे तीर्थ स्थल पर्यावरणीय संतुलन और मानसिक शांति के केंद्र हैं।

अन्य सदस्यों की भी सकारात्मक प्रतिक्रिया

वित्त आयोग के अन्य सदस्यों ने भी केदारनाथ में हो रही व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य अनुकरणीय हैं और देश को इस धार्मिक विरासत को संरक्षित करने पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के समर्पण और कार्य संस्कृति की भी सराहना की।

जिलाधिकारी ने किया स्वागत, भविष्य की योजनाओं पर चर्चा

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने आयोग के सभी सदस्यों का स्वागत किया और उन्हें पारंपरिक शॉल व केदारनाथ धाम की प्रतिकृति भेंट की। इस मौके पर जल प्रबंधन, आपदा सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े भविष्य के विकास कार्यों पर भी विचार-विमर्श हुआ। आयोग ने आश्वासन दिया कि तीर्थ क्षेत्र की सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाएगा।

यह दौरा आध्यात्मिकता और विकास की दिशा में संतुलन का एक सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया है।

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