
भारतीय रसोई की अद्भुत विरासत
गोंद कतीरा, जिसे ट्रागैकैंथ गम के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय रसोई की एक बहुमूल्य देन है। यह एक पारदर्शी, बिना स्वाद या गंध वाला चिपचिपा पदार्थ होता है जो पेड़ों से प्राप्त किया जाता है। पारंपरिक आयुर्वेद में इसका विशेष स्थान है और इसे गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला तत्व
गोंद कतीरा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाता है और लू से बचाव करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, इसके प्राकृतिक शीतल गुण शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और गर्मी के मौसम में सक्रिय बनाए रखते हैं। इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह जूस, लस्सी या शरबत में मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
गोंद कतीरा में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो पाचन को बेहतर बनाती है। यह कब्ज और एसिडिटी जैसी आम समस्याओं से राहत दिलाता है, जो गर्मियों में अक्सर होती हैं। पाचन को सुचारु रखने के लिए सप्ताह में कुछ बार इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है।
त्वचा के लिए प्राकृतिक टॉनिक
गर्मी के मौसम में त्वचा पर सनबर्न, रैशेज़ और ड्रायनेस की समस्या आम है। गोंद कतीरा शरीर को अंदर से ठंडा रखकर त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे प्राकृतिक चमक देता है। इसके सेवन से त्वचा को पोषण भी मिलता है और जलन जैसी समस्याएं कम होती हैं।
हड्डियों और जोड़ों की सेहत में सहायक
गोंद कतीरा में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। यह गठिया और जोड़ों के दर्द में भी राहत देता है। नियमित रूप से गोंद कतीरा का सेवन हड्डियों की मजबूती के लिए कारगर माना जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता और प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। वहीं, महिलाओं में यह मासिक धर्म चक्र को नियमित करने और रजोनिवृत्ति के लक्षणों को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
गोंद कतीरा एक पारंपरिक लेकिन बेहद उपयोगी सुपरफूड है, जो गर्मियों में न केवल शरीर को ठंडा रखता है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है। इसे आहार में शामिल करना एक सरल और प्रभावशाली तरीका हो सकता है खुद को स्वस्थ रखने का।