
कुंभ मेले में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों के तहत महाशिवरात्रि से लेकर 26 जनवरी तक प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले में हरित कुंभ का आयोजन सुनिश्चित करने के लिए विशेष पहल की जा रही है।
स्टील थालियां और कपड़े के थैले भेजे जाएंगे
आरएसएस के पर्यावरण विभाग के संयोजक निरंजन सिंह ने बताया कि अजमेर से 10,000 स्टील की थालियां और 10,000 कपड़े के थैले कुंभ मेले में भेजे जाएंगे। इसका उद्देश्य प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग को सीमित कर पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करना है।
पर्यावरण पर प्लास्टिक का दुष्प्रभाव
उन्होंने बताया कि कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिससे बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की थैलियों और डिस्पोजेबल सामग्रियों का उपयोग होता है। इनका निस्तारण कठिन होता है और यह पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। भूखे गोवंश इन प्लास्टिक सामग्री को खा लेते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
हरित कुंभ के लिए अनोखा प्रयास
इस अभियान के तहत कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को भोजन स्टील की थालियों में करवाया जाएगा, जिससे डिस्पोजेबल प्लास्टिक का उपयोग कम हो। इसके अलावा, मेले में पॉलिथीन की जगह कपड़े के थैले उपयोग में लाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में मदद मिलेगी।
देशभर में आरएसएस की पहल
यह अभियान केवल अजमेर तक सीमित नहीं है। आरएसएस की ओर से पूरे देशभर से स्टील की थालियां और कपड़े के थैले प्रयागराज कुंभ मेले में भेजे जा रहे हैं। संगठन का लक्ष्य पर्यावरण संरक्षण के साथ कुंभ मेले को हरित और स्वच्छ बनाना है।
हरित कुंभ: पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक
यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है, बल्कि प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग को कम करने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास भी करती है। आरएसएस का यह अभियान आने वाले आयोजनों के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल साबित हो सकता है।