Haldwani, Uttarakhand: कुमाऊं द्वार महोत्सव में मैथिली ठाकुर की शानदार प्रस्तुति, शास्त्रीय संगीत का जादू
Maithili Thakur's wonderful performance at Kumaon Dwar Festival, the magic of classical music
हल्द्वानी में आयोजित पांच दिवसीय कुमाऊं द्वार महोत्सव का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। पहले दिन प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने अपने गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मैथिली ने कुमाऊंनी और गढ़वाली गीतों के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिससे श्रोताओं में उत्साह बढ़ा। उनके शास्त्रीय संगीत और विभिन्न भारतीय भाषाओं में गीतों की प्रस्तुति ने महोत्सव को और भी यादगार बना दिया। मुख्यमंत्री धामी भी मैथिली के गीतों का लुत्फ उठाने के लिए कार्यक्रम में मौजूद रहे।
मैथिली ठाकुर, जो कि भारतीय शास्त्रीय संगीत में पारंगत हैं, ने हिंदी, मैथिली, बंगाली, मराठी, और अन्य भारतीय भाषाओं में अपने गीतों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। उन्होंने अपने गायन के दौरान उत्तराखंड की संस्कृति के प्रति अपने जुड़ाव को साझा करते हुए कहा कि देवभूमि में प्रस्तुति देना उनके लिए सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम के दौरान मैथिली ठाकुर के गीतों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। उनके कुमाऊंनी और गढ़वाली लोकगीतों ने लोगों के दिलों को छू लिया और उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को और भी उजागर किया।
इस महोत्सव के दौरान प्रतिदिन उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा मिल रहा है। इस प्रकार, कुमाऊं द्वार महोत्सव ने न केवल क्षेत्रीय संस्कृति को मंच दिया बल्कि राष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्साह और उमंग का माहौल भी बनाया।