महू स्थित छावनी क्षेत्र में मंगलवार रात को एक भयावह घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। रात लगभग ढाई बजे, दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों (कैप्टन) और उनकी दो महिला मित्रों को एक हथियारबंद बदमाशों के गिरोह ने बंधक बना लिया। घटना के दौरान चारों के साथ मारपीट की गई और सामूहिक दुष्कर्म की क्रूरता का साcना करना पड़ा।
इस वीभत्स वारदात के बाद, स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार बदमाशों की खोज में पुलिस की आठ टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है और नागरिकों में भय व्याप्त है। पुलिस प्रशासन ने आस-पास के क्षेत्रों में गश्ती बढ़ाने का आश्वासन दिया है ताकि ऐसे मामलों पर रोकथाम की जा सके। घटना के लिए जिम्मेदार आरोपियों को तत्काल पकड़ा जाएगा, ऐसा पुलिस का कहना है।स्थानीय समाज और मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और अपराधियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
घटना का पूरा विवरण:
महू में अपने ट्रेनिंग के दौरान कैप्टन कौशल सिंह, जो उत्तर प्रदेश के बरेली के निवासी हैं, अपने एक साथी के साथ दो युवतियों के संग इंदौर के जाम गेट क्षेत्र में घूमने का निर्णय लेते हैं। चारों ने एक किराए की कार ली थी और वे शहर से कुछ दूरी पर स्थित फायरिंग रेंज के पास खड़े होकर बातचीत कर रहे थे, जब एक भयावह घटना ने उन्हें घेर लिया।
अचानक, छह हथियारबंद बदमाश वहां पहुंच गए। इन बदमाशों ने बिना किसी चेतावनी के इन सैन्य अधिकारियों और साथ मौजूद महिलाओं को बंधक बना लिया। बदमाशों ने पहले उनसे रुपये की मांग की, लेकिन जब कैप्टन कौशल सिंह और उनके साथी बदमाशों की मांग को पूरा करने में असमर्थ रहे, तो स्थिति नियंत्रित से बाहर हो गई। बदमाशों ने उनमें से एक युवती को जबरन पास के एक निर्जन स्थान पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, जो अत्यंत गंभीर और अमानवीय कृत्य था।
इस बीच, सैन्य अधिकारियों के एक साथी, जिन्हें बदमाशों ने छोड़ दिया था, ने हिम्मत जुटाकर तुरंत पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस का दल फौरन घटनास्थल पर पहुंचा, लेकिन तब तक बदमाश वहां से फरार हो चुके थे। हालाँकि, पुलिस की तत्परता और विशेष जांच टीम के प्रयासों के परिणामस्वरूप, दो आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में यह भी सामने आया कि इनमें से एक आरोपी का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद है, जिससे इस घटनाक्रम की गंभीरता और भी बढ़ जाती है।
यह घटना ना केवल स्थानीय समुदाय में डर और चिंता पैदा करती है, बल्कि यह इस बात की ओर भी ध्यान आकर्षित करती है कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है। स्थानीय निवासियों ने इस घिनौनी वारदात के खिलाफ आवाज उठाई है और न्याय की मांग की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर काम करना होगा।