
देहरादून: उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। राज्य के चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने हाल ही में 72 पदों पर भर्ती परिणाम जारी किया है, जिसमें 34 एक्स-रे टेक्नीशियन, 31 नर्सिंग ट्यूटर और 7 मेडिकल सोशल वर्कर शामिल हैं। इन नई नियुक्तियों से राज्य के दूरस्थ और पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी।
पर्वतीय जिलों को मिलेगी प्राथमिकता
चयनित 34 एक्स-रे टेक्नीशियनों को उत्तराखंड के सुदूरवर्ती पहाड़ी जिलों में तैनात किया जाएगा। इससे अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और सीटी स्कैन जैसी आवश्यक जांच सेवाओं में तेजी आएगी। अब तक इन क्षेत्रों में विशेषज्ञ स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को जांच के लिए मैदानी इलाकों का रुख करना पड़ता था।
डीजी हेल्थ ने जताई संतुष्टि
राज्य की प्रभारी डीजी हेल्थ डॉ. सुनीता टम्टा ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “स्वास्थ्य विभाग की ओर से 34 एक्स-रे टेक्नीशियनों के लिए रिक्तियों का अधियाचन भेजा गया था। बोर्ड द्वारा परिणाम जारी करने के बाद अब जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। इससे जांच सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।”
नर्सिंग ट्यूटर और सोशल वर्कर्स को भी मिली जगह
इनके अलावा, राजकीय नर्सिंग कॉलेजों में 31 नर्सिंग ट्यूटर की नियुक्ति की जाएगी, जिससे छात्र-छात्राओं को बेहतर प्रशिक्षण मिल सकेगा। वहीं, 7 मेडिकल सोशल वर्करों की तैनाती राज्य के मेडिकल कॉलेजों में की जाएगी, जो मरीजों की सामाजिक, मानसिक और पुनर्वास संबंधी आवश्यकताओं पर कार्य करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, “चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग में कुल 72 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। चयनित अभ्यर्थियों को जल्द तैनाती देकर सेवा में शामिल किया जाएगा। यह निर्णय स्वास्थ्य सेवा सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
पहाड़ की सेहत को मिलेगी नई ऊर्जा
उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं हमेशा एक चुनौती रही हैं। सीमित संसाधनों और स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में इन नई नियुक्तियों से स्वास्थ्य सुविधाओं को नया बल मिलेगा और लोगों को समय पर इलाज मिल सकेगा।