पाकिस्तान से भारत में ड्रग तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। श्रीगंगानगर के केसरीसिंहपुर इलाके में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बुधवार शाम को एक खेत में दो किलो हेरोइन बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये है। यह हेरोइन पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से भारतीय सीमा में भेजी गई थी।
जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि BSF की जी ब्रांच को हेरोइन के एक पैकेट के बारे में सूचना मिली। अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पैकेट को अपने कब्जे में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि हेरोइन की यह खेप ड्रोन के जरिए गिराई गई थी। इसके बाद, BSF ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या तस्करों ने और हेरोइन की खेप ड्रॉप की है।
बीएसएफ के इस अभियान के तहत, पुलिस ने भी आस-पास के गांवों में संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की और आने-जाने वाले वाहनों की गहनता से तलाशी ली। ग्रामीणों को भी निर्देश दिया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत सूचना दें।
पिछले हफ्ते भी इसी क्षेत्र से बरामद हुई थी हेरोइन
बीते दिनों में भी इसी इलाके से दो किलो हेरोइन बरामद की गई थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस क्षेत्र में ड्रग तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है। जांच में पता चला है कि पंजाब के बड़े तस्कर पाकिस्तान के तस्करों के संपर्क में रहते हैं और स्थानीय तस्करों के माध्यम से हेरोइन की खेप मंगवाते हैं। इन तस्करों की गतिविधियों का सामना करने के लिए BSF ने अपनी सुरक्षा को और मजबूत किया है।
एंटी-ड्रोन तकनीक की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान की सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है और हाल के दिनों में हेरोइन की तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं। सुरक्षा बलों के अनुसार, सरहद पर ड्रोन के माध्यम से तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन तकनीक की आवश्यकता है। हालांकि, BSF और पुलिस अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग हैं और कई ड्रग तस्करी की कोशिशों को विफल कर चुके हैं।
इस घटनाक्रम ने सुरक्षा बलों की तत्परता और प्रभावशीलता को एक बार फिर से उजागर किया है, लेकिन इसके साथ ही यह भी स्पष्ट करता है कि ड्रग तस्करी का खतरा अब भी बना हुआ है।