शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थानीय निवासियों ने एक मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को गिराने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण नहीं रहा और इसके कारण वहां का वातावरण काफी तनावपूर्ण हो गया। इसी संदर्भ में मंडी जिले में भी आज मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन आयोजित किया जाने वाला है, जिसके लिए स्थानीय लोग एकजुट हो रहे हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए संजौली क्षेत्र में मस्जिद कमेटी ने सामाजिक सद्भाव और शांति के लिए अवैध हिस्से को गिराने का प्रस्ताव पेश किया है। दूसरी ओर, मंडी में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने खुद ही मस्जिद के अवैध हिस्सों को हथौड़ों से तोड़ने का कार्य आरंभ कर दिया। गुरुवार की शाम, लगभग चार बजे, मुस्लिम निवासियों ने बिना किसी रोक-टोक के अनधिकृत इमारत को गिराना शुरू कर दिया, जबकि इस कार्यवाही के दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी और किसी भी प्रकार की कोई रुकावट उत्पन्न नहीं हुई।
इस बीच, शिमला के संजौली इलाके में अवैध मस्जिद को लेकर चल रहे प्रदर्शनों के जवाब में मस्जिद समिति ने सहमति से अवैध हिस्से को हटाने की पेशकश की है। गुरुवार को, मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने यह महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा। कमेटी के प्रमुख मोहम्मद लतीफ़ ने नगर निगम के आयुक्त भूपेंद्र कुमार अत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने विनम्रता से अनुरोध किया कि चूंकि यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है, इसलिए विवादित हिस्से को तत्काल सील कर दिया जाए। मोहम्मद लतीफ ने स्पष्ट किया कि यदि अदालत ऐसा करने का निर्देश देती है, तो कमेटी अवैध इमारत को नष्ट करने के लिए तैयार है, क्योंकि वे समाज में सद्भाव और शांति को विशेष महत्व देते हैं।
हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के सदस्य मौलवी शहजाद ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि सभी समुदाय एवं धर्म के लोग इस क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में रहना चाहते हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे इस संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिकरण न करें, ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। नगर निगम आयुक्त अत्री ने भी कहा कि वह इस मामले पर उचित समय पर फैसला लेंगे। साथ ही, देवभूमि संघर्ष समिति ने मस्जिद कमेटी के इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। यह समिति वही है जिसने बुधवार को इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, जिसके परिणामस्वरूप प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं और उनमें 10 लोग घायल हो गए।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री तुषार डोगरा ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान इस स्थिति पर अपने विचार व्यक्त करने की योजना बनाई है।