
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं, जिसके चलते भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि राज्य में कुल 54 सड़कों को बंद करना पड़ा है, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। इसके अलावा, कई क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और भी खराब मौसम की चेतावनी दी है। विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। तूफान आने की भी संभावना जताई जा रही है, जिससे हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
54 सड़कें बंद, यातायात ठप
भारी बारिश के कारण राज्य में 54 सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सड़कों पर मलबा और पत्थर जमा हो गए हैं। इससे न केवल यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि कई गाँव और कस्बे भी मुख्य शहरों से कट गए हैं। प्रशासन द्वारा सड़कों को साफ करने और यातायात बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश के चलते यह काम चुनौतीपूर्ण हो रहा है।
नदियों का जलस्तर बढ़ा
राज्य की प्रमुख नदियों, जैसे ब्यास और सतलुज, का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है और कई स्थानों पर प्रशासन ने एहतियातन राहत शिविर भी तैयार किए हैं। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल पूरी तरह से सतर्क हैं।
बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित
भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से कई क्षेत्रों में बिजली के खंभे और तार गिर गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इसके अलावा, पानी की पाइपलाइनों में भी नुकसान हुआ है, जिससे पानी की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। स्थानीय प्रशासन आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास में जुटा हुआ है।
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घरों से बाहर न निकलें, खासकर पहाड़ी और जोखिम वाले इलाकों में। पर्यटकों को भी सलाह दी गई है कि वे फिलहाल हिमाचल प्रदेश की यात्रा स्थगित करें और सुरक्षित रहें। भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को प्रशासन की ओर से सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।
नुकसान का आकलन
भारी बारिश से प्रदेश में फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर मकान ढहने और सड़कों के टूटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। राज्य सरकार ने नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें गठित की हैं, ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश में इस समय मौसम की मार झेल रहे लोगों के लिए आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी के बीच राज्य में प्रशासन ने पूरी तरह से सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे मौसम की गंभीरता को समझते हुए सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।