
हल्द्वानी नगर निगम के मेयर चुनाव में इस बार कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस चुनाव में मतदाताओं की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो चुनाव परिणाम को खासा रोचक बना सकती है।
29306 मतदाताओं का इजाफा: चुनावी समीकरण बदलेंगे
निर्वाचन अधिकारी एपी वाजपेयी ने बताया कि 2018 में हुए निकाय चुनाव में हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में कुल 213181 मतदाता थे, जो अब बढ़कर 242487 हो गए हैं। इस बार 29306 नए मतदाता जुड़ने से मतदान प्रतिशत और चुनावी समीकरणों में बदलाव की संभावना है।
चुनाव प्रबंधन: 11 सेक्टर, 6 जोन और 289 बूथ
इस बार के चुनाव को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन विभाग ने 11 सेक्टर, 6 जोन, 289 बूथ और 96 मतदान केंद्र बनाए हैं। मतदाताओं की संख्या बढ़ने के साथ निर्वाचन विभाग ने अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।
बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर
भारतीय जनता पार्टी के मेयर प्रत्याशी गजराज बिष्ट और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है। दोनों पार्टियां विकास के मुद्दे पर एक-दूसरे पर हमलावर हैं। स्टार प्रचारकों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है और जनता को रिझाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
निर्वाचन विभाग की तैयारी: पारदर्शी और निर्विवाद चुनाव का दावा
जिला निर्वाचन विभाग ने चुनाव कराने की पूरी तैयारी कर ली है। विभाग का कहना है कि मतदान और मतगणना को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जाएगा।
राजनीतिक गर्माहट: विकास पर फोकस
प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं के सामने विकास के वादे कर रहे हैं। वहीं, प्रचार के दौरान दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर विकास कार्यों में नाकामी के आरोप लगाकर मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही हैं।
निष्कर्ष:
हल्द्वानी नगर निगम का मेयर चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प होने वाला है। मतदाताओं की बढ़ी हुई संख्या और कांग्रेस-बीजेपी के बीच सीधी टक्कर इसे और भी रोमांचक बना रही है। अब देखना यह है कि जनता किसे अपना नेता चुनती है और विकास के मुद्दे पर किसे प्राथमिकता देती है।