अंबाला: हरियाणा के अंबाला जिले में मंगलवार को विभिन्न हिंदू संगठनों ने अंबाला-हिसार रोड पर जाम लगाकर स्थानीय पीर दरगाह को अवैध बताते हुए उसके खिलाफ प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों ने दरगाह के समीप हनुमान चालीसा का पाठ किया, जिसके दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। करीब एक घंटे तक चले इस प्रदर्शन के बाद, प्रशासन के हस्तक्षेप और समझाने पर प्रदर्शनकारियों ने जाम हटाया।
विवाद की पृष्ठभूमि में, हिंदू संगठनों का कहना है कि अंबाला शहर में स्थित यह दरगाह अवैध है और कोर्ट ने इसे हटाने के आदेश दिए हैं, जिन पर प्रशासन अब तक कार्रवाई नहीं कर सका है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हिंदू संगठन मंत्री धर्मेंद्र शर्मा ने कहा, “अगर 19 नवंबर तक प्रशासन ने दरगाह नहीं हटाई, तो 6 दिसंबर को हम इसे हटाने के लिए स्वयं आगे आएंगे।”
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को 19 नवंबर तक का समय देने की सहमति जताई है और मामले पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अंबाला के एसडीएम दर्शन कुमार ने बताया कि कोर्ट ने दरगाह को हटाने का नोटिस जारी किया है और प्रशासन ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति के लिए आदेश भेज दिए हैं। जैसे ही ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति होगी, इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
दरगाह के गद्दीनशीन, अकबर अली साबरी, का कहना है कि दरगाह का मामला कोर्ट में विचाराधीन है और पहले भी इस केस में जीत प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा, “बावजूद इसके हमें नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जबकि मामला अब भी न्यायालय में लंबित है।”
इस विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि यदि तय समय सीमा तक कार्रवाई नहीं की गई, तो वे स्वयं दरगाह हटाने की पहल करेंगे। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित रखने और आगामी कदमों पर निगरानी बनाए रखने की बात कही है।