
यूरिक एसिड बढ़ने पर लोग अक्सर प्रोटीन से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर देते हैं, लेकिन आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. रोहित गुप्ता का कहना है कि ऐसा करना पूरी तरह गलत है। उनके अनुसार, सभी प्रकार के प्रोटीन नुकसानदायक नहीं होते, बल्कि हाई-प्यूरीन फूड्स से बचना और लो-प्यूरीन फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए।
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है?
डॉ. गुप्ता बताते हैं कि यूरिक एसिड, प्यूरीन नामक तत्व के टूटने से बनता है। यह मुख्य रूप से किडनी के जरिए शरीर से बाहर निकलता है, लेकिन जब किडनी इसे सही से फिल्टर नहीं कर पाती या शरीर में प्यूरीन का स्तर बढ़ जाता है, तो यूरिक एसिड जमा होने लगता है। इसका उच्च स्तर हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहलाता है, जो गठिया (Gout) और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्या यूरिक एसिड में प्रोटीन खाना चाहिए?
- सभी प्रकार के प्रोटीन प्यूरीन का स्रोत नहीं होते।
- रेड मीट, सीफूड (मछली, झींगा) और ऑर्गन मीट (लीवर) हाई-प्यूरीन फूड्स हैं, जो यूरिक एसिड बढ़ा सकते हैं।
- लो-प्यूरीन फूड्स जैसे दालें, बीन्स, सोया और लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, दही, पनीर) सुरक्षित हैं और इन्हें संतुलित मात्रा में लिया जा सकता है।
प्रोटीन की जरूरत क्यों बनी रहती है?
डॉ. गुप्ता के अनुसार, प्रोटीन शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। इसे पूरी तरह बंद करने से मांसपेशियों में कमजोरी, थकान और इम्यूनिटी कमज़ोर हो सकती है। इसलिए, संतुलित मात्रा में प्रोटीन लेना जरूरी है, लेकिन हाई-प्यूरीन फूड्स से बचना चाहिए।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय
✅ दिनभर में 2-3 लीटर पानी पिएं – इससे यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकलने में मदद मिलती है।
✅ साबुत अनाज, सब्जियां, लो-फैट डेयरी और नट्स को डाइट में शामिल करें।
✅ बीयर और मीठे पेय पदार्थों से बचें – ये यूरिक एसिड बढ़ा सकते हैं।
✅ नियमित व्यायाम करें और वजन नियंत्रित रखें – मोटापा यूरिक एसिड बढ़ाने का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष
यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन पूरी तरह बंद करने की जरूरत नहीं, बल्कि सही फूड्स का चुनाव करना जरूरी है। लो-प्यूरीन प्रोटीन सुरक्षित होते हैं और शरीर के लिए फायदेमंद भी। सही डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर यूरिक एसिड को नियंत्रित रखा जा सकता है।