अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इंटर्नशिप करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल की जांच में खुलासा हुआ कि हरियाणा के निवासी प्रशिक्षु डॉक्टर राहुल ने दस्तावेजों में अनुक्रमांक (रोल नंबर) से लेकर शैक्षिक योग्यता तक में फर्जीवाड़ा किया।
प्रमुख बिंदु:
- फर्जी दस्तावेज:
डॉक्टर राहुल ने इंटर्नशिप के लिए आवेदन करते समय दावा किया कि उसने रूस की मेरी स्टेट यूनिवर्सिटी से मेडिकल शिक्षा प्राप्त की है। लेकिन जांच में यह दस्तावेज फर्जी पाए गए। - दूसरे का अनुक्रमांक:
इंटर्नशिप के लिए जमा किया गया अनुक्रमांक राजेश गुप्ता नाम के दूसरे प्रशिक्षु डॉक्टर का निकला। - एफआईआर दर्ज:
उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के निर्देश पर, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सीपी भैसोड़ा ने प्रशिक्षु डॉक्टर के खिलाफ 28 नवंबर को अल्मोड़ा कोतवाली में FIR दर्ज करवाई।
जांच में जुटी पुलिस
एफआईआर दर्ज होने के बाद अल्मोड़ा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। डॉक्टर राहुल पर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) की परीक्षा पास किए बिना इंटर्नशिप के लिए फर्जी दस्तावेज पेश करने का आरोप है।
नियमों की अनदेखी और कड़ा रुख
मेडिकल शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए सख्त नियमों के बावजूद यह फर्जीवाड़ा प्रशासन और चिकित्सा प्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने इसे गंभीर धोखाधड़ी मानते हुए कठोर कार्रवाई की सिफारिश की है।
निष्कर्ष:
यह मामला मेडिकल फील्ड में फर्जीवाड़े की गंभीरता को उजागर करता है। अब सवाल यह है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिस्टम को कैसे और मजबूत बनाया जाए। फिलहाल, पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच में जुटी है।