
मुंबई: बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में भारती एयरटेल के शेयरों में 2% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह तेजी तब देखी गई जब कंपनी ने भारत में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने के लिए एलन मस्क की स्पेसएक्स के साथ साझेदारी करने की घोषणा की। इस समझौते के तहत स्टारलिंक के माध्यम से भारत के दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी।
एयरटेल के शेयर में जबरदस्त तेजी
12 मार्च को सुबह के कारोबारी सत्र में भारती एयरटेल का शेयर 1,689.95 रुपये पर कारोबार कर रहा था। कमजोर बाजार धारणा के बावजूद एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर एयरटेल के शेयर में 2% से अधिक की बढ़त देखी गई।
विशेषज्ञों के अनुसार, स्पेसएक्स के साथ एयरटेल की यह साझेदारी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे कंपनी के शेयरों में मजबूती देखने को मिली।
क्या है एयरटेल और स्पेसएक्स का यह करार?
भारती एयरटेल ने स्पेसएक्स की स्टारलिंक टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने का ऐलान किया है। इस साझेदारी का मकसद ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड की सुविधा पहुंचाना है, जहां अभी तक फाइबर ऑप्टिक कनेक्टिविटी संभव नहीं हो पाई है।
इससे पहले, एयरटेल की सहयोगी कंपनी वनवेब ने भी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं को लॉन्च करने की योजना बनाई थी। अब स्पेसएक्स के साथ करार से एयरटेल की बाजार स्थिति और मजबूत हो गई है।
रिलायंस जियो से होगी कड़ी टक्कर?
इस घोषणा के ठीक एक दिन बाद रिलायंस जियो ने भी एलन मस्क की स्टारलिंक के साथ साझेदारी करने का ऐलान कर दिया। इससे यह साफ हो गया कि भारतीय टेलीकॉम बाजार में सैटेलाइट इंटरनेट को लेकर एक नई प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है।
रिलायंस जियो और एयरटेल दोनों की कोशिश होगी कि वे देश के दूरदराज और इंटरनेट से वंचित इलाकों तक अपनी पहुंच बनाएं। यह प्रतिस्पर्धा उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि इससे बेहतर इंटरनेट सेवाएं और प्रतिस्पर्धी मूल्य मिलने की संभावना बढ़ गई है।
इस साझेदारी से क्या होगा फायदा?
- भारत के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध होगा।
- डिजिटल इंडिया अभियान को मिलेगा बढ़ावा।
- एयरटेल के शेयर में दीर्घकालिक मजबूती की संभावना बढ़ेगी।
- टेलीकॉम क्षेत्र में नई प्रतिस्पर्धा, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
एयरटेल और स्पेसएक्स की इस साझेदारी का असर आने वाले दिनों में शेयर बाजार और भारतीय टेलीकॉम सेक्टर पर और भी ज्यादा देखने को मिल सकता है।