मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजों का इंतजार है, लेकिन मतगणना से पहले ही मुख्यमंत्री पद को लेकर सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच टकराव की स्थिति बन गई है।
MVA में सीएम पद पर खींचतान: कांग्रेस और शिवसेना आमने-सामने
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी और अगली सरकार का नेतृत्व कांग्रेस करेगी। इस बयान पर एमवीए के सहयोगी शिवसेना (UBT) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सीएम का फैसला सभी गठबंधन दलों की सहमति से होगा।
महायुति में भी सीएम पद की रेस: शिंदे बनाम फडणवीस
महायुति गठबंधन के भीतर भी मुख्यमंत्री पद को लेकर असहमति दिखाई दी। शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने एकनाथ शिंदे को स्वाभाविक दावेदार बताया, जबकि भाजपा नेता प्रवीण दारेककर ने देवेंद्र फडणवीस का समर्थन किया। दूसरी ओर, एनसीपी नेता अमोल मिटकरी ने अजित पवार को इस पद के लिए उपयुक्त बताया।
एग्जिट पोल पर मतभेद: महायुति और MVA का दावा
ज्यादातर एग्जिट पोल महायुति की जीत का अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन कुछ MVA को बढ़त देते हैं। महायुति का कहना है कि निर्दलीय विधायक उनका समर्थन करेंगे, जबकि एमवीए गठबंधन को जनादेश मिलने का भरोसा है।
मतदान में उछाल: महिला मतदाताओं का रुझान चर्चा में
2019 के 61.1% मतदान की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत बढ़कर 66.05% हो गया। आरएसएस और महायुति की योजनाओं, विशेषकर “लड़की बहन योजना,” ने महिला वोटरों को आकर्षित किया।
चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप तेज
एमवीए नेताओं पर चुनाव में बिटकॉइन के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए महायुति ने उन्हें घेरा। नाना पटोले और सुप्रिया सुले ने इन आरोपों को खारिज किया। दूसरी ओर, एमवीए ने विपक्ष के भीतर भी दरारों की ओर इशारा किया, खासतौर पर कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे द्वारा शिवसेना (UBT) के खिलाफ स्वतंत्र उम्मीदवार का समर्थन।
नतीजे आज:
चुनाव के परिणाम महाराष्ट्र के राजनीतिक भविष्य को आकार देंगे, लेकिन दोनों खेमों के भीतर उठते विवाद आगे की राह को जटिल बना सकते हैं।