भारत निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी और ईवीएम को लेकर कांग्रेस की शिकायतों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने मतदान आंकड़ों और मतदाता सूची में कथित विसंगतियों का आरोप लगाया था। आयोग ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को 3 दिसंबर को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है।
आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने और सत्यापन प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी होती है। आयोग ने मतदान प्रतिशत में कथित अंतर को लेकर पहले ही स्पष्ट कारण सार्वजनिक कर दिए थे।
कांग्रेस के आरोप
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि डाले गए और गिने गए वोटों में बड़ा अंतर है। साथ ही, पार्टी ने दावा किया कि उसके कई समर्थकों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए थे।
महायुति गठबंधन की बड़ी जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने भारी बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि शिवसेना को 57, और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। कांग्रेस मात्र 16 सीटों पर सिमट गई, वहीं उसके सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) को क्रमशः 20 और 10 सीटें मिलीं।
आगे क्या?
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को व्यक्तिगत चर्चा के लिए आमंत्रित किया है, जिससे पार्टी अपने मुद्दे पर अधिक विस्तार से बात कर सके। आयोग ने कांग्रेस की शिकायतों को संज्ञान में लाने के लिए पार्टी को धन्यवाद भी दिया है।