Blogविदेशस्पोर्ट्स

मेलबर्न टेस्ट: 19 वर्षीय सैम कोंस्टास करेंगे डेब्यू, कमिंस ने साझा की अनुभव की सीख

Melbourne Test: 19-year-old Sam Constas will make his debut, Cummins shares his learnings from the experience

 

मेलबर्न का ऐतिहासिक मैदान और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का रोमांच
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट का रोमांच चरम पर है। इस मैच में 19 वर्षीय युवा खिलाड़ी सैम कोंस्टास अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे। उनके लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि वह 90,000 दर्शकों के सामने पहली बार ऑस्ट्रेलिया की जर्सी में खेलेंगे।

कमिंस ने साझा की अपनी डेब्यू यात्रा, सिखाया दबाव का सामना करना
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने सैम कोंस्टास को डेब्यू से पहले प्रेरित करते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, “मैंने 18 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया था। उस वक्त मेरी उम्र और अनुभव कम थे, लेकिन मैंने इसे अवसर की तरह देखा। मैंने सैम से भी यही कहा है कि वह इस पल का आनंद लें और खुद पर ज्यादा दबाव न डालें।”

“यह चयनकर्ताओं की गलती होती, मेरी नहीं,” कमिंस का मजेदार किस्सा
कमिंस ने अपने डेब्यू के दिनों को याद करते हुए कहा, “मैंने तब सोचा था कि अगर प्रदर्शन खराब हुआ तो यह चयनकर्ताओं की गलती होगी, मेरी नहीं। इस विचार ने मुझ पर दबाव को कम कर दिया। यही सलाह मैंने सैम को भी दी है कि वह मासूमियत और साहस के साथ खेलें।”

कोंस्टास के लिए बड़ी जिम्मेदारी, 12वां प्रथम श्रेणी मैच
सैम कोंस्टास, जिन्होंने अब तक केवल 11 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे युवा टेस्ट खिलाड़ी बनने जा रहे हैं। उनके डेब्यू ने ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट फैंस के बीच उत्साह पैदा कर दिया है।

जोहान्सबर्ग से मेलबर्न तक: कमिंस की यादें और सीख
कमिंस ने अपने डेब्यू मैच में डेल स्टेन पर लगाए गए साहसिक शॉट को याद करते हुए कहा, “उस वक्त मैंने ज्यादा नहीं सोचा था, लेकिन अब लगता है कि मेरी मासूमियत ने मुझे जोखिम लेने का साहस दिया। यही सलाह मैं सैम को देना चाहता हूं—खेल का मजा लें और ज्यादा न सोचें।”

कोंस्टास को परिवार और शेन वॉटसन का समर्थन
कोंस्टास को मेलबर्न टेस्ट के लिए अपने दोस्तों, परिवार और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन का मजबूत समर्थन मिला है। कमिंस ने उनके शांत स्वभाव और परिपक्वता की प्रशंसा करते हुए कहा, “वह बहुत सहज और समझदार हैं। 19 साल की उम्र में भी उनका दृष्टिकोण परिपक्वता से भरा है।”

मेलबर्न टेस्ट में कोंस्टास से उम्मीदें
ऑस्ट्रेलिया टीम को उम्मीद है कि सैम कोंस्टास अपनी मासूमियत, साहस और खेल के प्रति जुनून के साथ बॉक्सिंग डे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करेंगे। उनका डेब्यू न केवल उनके लिए, बल्कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए भी एक नई कहानी लिखने का अवसर है।

निष्कर्ष: नई पीढ़ी का आगाज
सैम कोंस्टास का डेब्यू ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में नई पीढ़ी के उदय का प्रतीक है। पैट कमिंस के अनुभव और प्रोत्साहन के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह युवा खिलाड़ी भारत के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में क्या करिश्मा दिखाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button