
केदारनाथ की भयावह आपदा को कई साल बीत चुके हैं, लेकिन दर्द और उम्मीदें आज भी जिंदा हैं। IIT इंजीनियर के रूप में लापता हुए एक युवक के पिता अब भी अपने बेटे की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। हर गुजरते दिन के साथ उनकी उम्मीदें कमजोर पड़ती जा रही हैं, लेकिन अपने बेटे को ढूंढने की उनकी जिद ने उन्हें थमने नहीं दिया।
आपदा के बाद से ही पिता लगातार प्रशासन, राहत एजेंसियों और स्थानीय निवासियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। कई राहत अभियान चले, लेकिन इंजीनियर का कोई अता-पता नहीं लगा।
पिता की व्यथा:
उन्होंने कहा, “मेरे बेटे को खोजने की उम्मीद अब भी बाकी है। हर बार मैं यही सोचता हूं कि शायद किसी दिन वो लौट आएगा, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं मिला।”
केदारनाथ आपदा में कई परिवार उजड़ गए थे, और इस घटना ने सैकड़ों लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। लेकिन इस पिता के लिए, हर गुजरता दिन एक और सवाल खड़ा करता है – *क्या उनका बेटा कभी वापस आएगा?*
हालांकि, प्रशासन और सरकार ने इस तरह के मामलों पर संवेदनशीलता दिखाई है, लेकिन लापता लोगों के परिवारों के लिए यह मानसिक और भावनात्मक संघर्ष का अंतहीन सफर बन चुका है।