
नगरकुरनूल: तेलंगाना में श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन हिस्से की छत ढहने से फंसे आठ श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। तेलंगाना सरकार ने MARCOS, नौसेना, सेना, NDRF, SDRF, BRO और रैट माइनर्स सहित 11 विशेष बचाव एजेंसियों को तैनात किया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए नई रणनीति
तेलंगाना के सिंचाई एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कैप्टन एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि बचाव अभियान को और तेज करने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि दो दिनों के भीतर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
MARCOS और सेना की मदद से बचाव कार्य में तेजी
- भारतीय मरीन कमांडो (MARCOS) और सीमा सड़क संगठन (BRO) को नगरकुरनूल जिले में डोमलपेंटा के पास श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग में फंसे आठ श्रमिकों को बचाने में लगाया गया है।
- टनल बोरिंग मशीन (TBM) तक पहुंचने के लिए विशेष बलों और सुरंग बचाव विशेषज्ञों को तैनात किया गया है।
- जल निकासी अभियान तेज करने के लिए उन्नत मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि बचाव दल आसानी से अंदर पहुंच सके।
रेस्क्यू ऑपरेशन की सबसे बड़ी चुनौतियाँ
- टनल के अंदर गंदे पानी और कीचड़ का जमाव, जिससे TBM तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
- संरचनात्मक अस्थिरता, जिससे बचावकर्मियों के लिए खतरा बढ़ गया है।
- मिट्टी धंसने का जोखिम, जिसके कारण वैकल्पिक रास्तों की खोज की जा रही है।
विशेषज्ञों की उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए अहम निर्णय
बुधवार को तेलंगाना सरकार के शीर्ष अधिकारियों और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बचाव अभियान की समीक्षा की। बैठक में शामिल थे:
- मंत्री कोमाटीरेड्डी वेंकट रेड्डी
- सांसद डॉ. मल्लू रवि
- सेना के कर्नल ब्लैकस्मिथ मेहरा, लेफ्टिनेंट कर्नल हरपाल, नौसेना अधिकारी वी.के. प्रसाद
- रैट माइनर्स के प्रतिनिधि फिरोज कुरैशी, NDRF के डीआईजी मोहसिन शाहदी
बैठक में रेस्क्यू ऑपरेशन में वैश्विक सर्वोत्तम रणनीतियों को अपनाने का निर्णय लिया गया, ताकि फंसे मजदूरों तक कम से कम समय में पहुंचा जा सके।
MARCOS कमांडो के शामिल होने से बचाव कार्य को मिलेगी गति
मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि MARCOS कमांडो अब अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हो चुके हैं, जिससे उम्मीद है कि बचाव प्रयासों को बड़ा बल मिलेगा।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि आवश्यक हुआ, तो अंतरराष्ट्रीय सुरंग बचाव विशेषज्ञों की मदद भी ली जा सकती है। नई दिल्ली के शीर्ष सुरंग इंजीनियरिंग विशेषज्ञों को भी अभियान में तकनीकी मार्गदर्शन देने के लिए जोड़ा गया है।
सरकार का संकल्प: श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास
तेलंगाना सरकार ने साफ कर दिया है कि बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्नत इमेजिंग सिस्टम से सुरंग की वास्तविक समय में निगरानी की जा रही है और विशेषज्ञ लगातार संरचनात्मक स्थिरता का आकलन कर रहे हैं।
मंत्री रेड्डी ने कहा, “हम आक्रामक तरीके से बचाव अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन हर कदम पर बचावकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।”
अब सभी की निगाहें बचाव अभियान पर टिकी हैं, जो अगले 48 घंटों में अपने निर्णायक चरण में पहुंच सकता है।