
मुंबई: आज, 28 सितंबर को भारत की महान गायिका लता मंगेशकर की जयंती है, जिन्हें “स्वर साम्राज्ञी” और भारत रत्न से नवाज़ा गया था। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। लता मंगेशकर और नरेंद्र मोदी के बीच एक गहरा और भावुक रिश्ता था, जिसे उन्होंने ट्विटर पर साझा किया।
लता मंगेशकर और नरेंद्र मोदी का भावनात्मक रिश्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लता मंगेशकर को याद करते हुए लिखा, “लता दीदी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। उनके भावपूर्ण गीतों ने हमेशा लोगों के दिलों में जगह बनाई और वह सदैव याद की जाएंगी।” मोदी ने लता मंगेशकर द्वारा लिखा गया एक पुराना खत भी साझा किया, जिसमें दीदी ने उन्हें भाई के रूप में संबोधित किया था।
इस खत में लता मंगेशकर ने लिखा था, “आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी, सस्नेह नमस्कार! दिवाली और नूतन वर्ष की शुभकामनाएं। आशीर्वाद के रूप में आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे।” उन्होंने साथ ही एक विशेष देशभक्ति गीतों की सीडी भी भेजी थी, जिसे उन्होंने खुद खोजा था।
लता मंगेशकर: सात दशकों का संगीत सफर
लता मंगेशकर, जिन्हें स्वर कोकिला भी कहा जाता है, ने भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका जन्म 1929 में इंदौर में हुआ था, और उन्होंने महज 13 साल की उम्र में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की। उनका करियर सात दशकों तक चला, जिसमें उन्होंने 30 से ज्यादा भाषाओं में 5000 से भी अधिक गाने रिकॉर्ड किए।
लता मंगेशकर ने हिंदी सिनेमा के अलावा मराठी, बंगाली, गुजराती, और कई अन्य भाषाओं में भी अपना योगदान दिया। उनका निधन 6 फरवरी, 2022 को हुआ, लेकिन उनकी आवाज आज भी लाखों दिलों में जिंदा है।
मोदी का भावनात्मक संदेश
लता मंगेशकर और प्रधानमंत्री मोदी का आपसी संबंध हमेशा विशेष रहा है। मोदी ने उनकी जयंती पर लता दीदी की संगीत धरोहर और उनके द्वारा भेजे गए पत्र को याद करते हुए कहा, “मुझे उनका स्नेह और आशीर्वाद मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।”
इस भावनात्मक श्रद्धांजलि से स्पष्ट होता है कि लता मंगेशकर न केवल भारत के संगीत जगत में अमर हैं, बल्कि उनके व्यक्तित्व ने प्रधानमंत्री मोदी जैसे कई लोगों के दिलों पर भी गहरी छाप छोड़ी है।