
मिलावटखोरी पर कांग्रेस का हमला, सरकार को ठहराया जिम्मेदार
देहरादून: कुट्टू के आटे के सेवन से 100 से अधिक लोगों के बीमार होने के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने सरकार पर जनता की सेहत के प्रति लापरवाह रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हर साल त्योहारों से पहले खाद्य विभाग की कार्रवाई महज औपचारिकता बनकर रह जाती है, जिससे मिलावटखोरी लगातार बढ़ रही है।
त्योहारों से पहले खाद्य जांच क्यों फेल? कांग्रेस का सवाल
डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है कि किराना दुकानों और प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए जाएं ताकि मिलावट पर रोक लग सके। हालांकि, हकीकत यह है कि हर साल टास्क फोर्स का गठन तो कर दिया जाता है, लेकिन ऐसी घटनाएं यह दिखाती हैं कि खाद्य सुरक्षा विभाग अपने दायित्वों को निभाने में विफल हो रहा है।
गरीबों के लिए रखा गया सड़ा अनाज भी पकड़ा गया
इस बीच, चार दिन पहले जिलाधिकारी ने छापा मारकर गूलर घाटी स्थित खाद्य गोदाम से सड़ा अनाज बरामद किया था। यह अनाज गढ़वाल मंडल के आंगनबाड़ी केंद्रों और गरीबों के लिए भेजा जाना था, लेकिन खराब गुणवत्ता का यह खाद्यान्न लोगों की सेहत के लिए खतरा बन सकता था। कांग्रेस ने इसे भी सरकार की नाकामी करार दिया और कहा कि सरकार जनता के स्वास्थ्य के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है।
मसूरी में पुलिस ने जब्त किया कुट्टू का आटा
देहरादून में कुट्टू का आटा खाने से हुई बीमारियों के बाद मसूरी में भी सतर्कता बढ़ा दी गई। मसूरी पुलिस ने इलाके के सभी किराना दुकानों और स्टोर्स से कुट्टू का आटा जब्त किया और दुकानदारों से इसे न बेचने की अपील की। वहीं, स्थानीय लोगों को भी कुट्टू का आटा न खरीदने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में लिया जायजा
गौरतलब है कि देहरादून में कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों को देर रात दून अस्पताल और कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल लिया और आवश्यक चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सरकार की लापरवाही या सिस्टम की नाकामी?
इस घटना ने उत्तराखंड में खाद्य सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। कांग्रेस ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या ठोस कदम उठाती है या फिर हर साल की तरह यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा।