नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) 9 दिसंबर को अपने इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा, जब इसके रनवे पर पहली कमर्शियल फ्लाइट का ट्रायल होगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) का विमान सुबह 11 बजे रनवे पर लैंड करेगा और उड़ान भरकर ट्रायल प्रक्रिया पूरी करेगा। यह कदम एयरपोर्ट को व्यावसायिक उड़ानों के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
15 दिसंबर तक चलेगा ट्रायल
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नाइल) के अधिकारियों के अनुसार, रनवे ट्रायल 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद एयरपोर्ट से कमर्शियल सेवाएं शुरू करने के लिए डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस का आवेदन किया जाएगा।
अप्रैल 2025 से उड़ानें शुरू
अगर ट्रायल योजना के मुताबिक होती है, तो 17 अप्रैल 2025 से एयरपोर्ट पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हो जाएगी। शुरुआती चरण में 60 घरेलू उड़ानें, जिनमें लखनऊ, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद और जयपुर जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं, और ज्यूरिख, सिंगापुर व दुबई के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही दो कार्गो सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
अत्याधुनिक उपकरणों से लैस एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरण लगाए जा चुके हैं, जो कोहरे में विमान संचालन के लिए उपयुक्त हैं। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) का भी सफल परीक्षण हो चुका है।
टर्मिनल बिल्डिंग में झलकेगी भारतीय संस्कृति
एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसका डिज़ाइन भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखकर बनाया गया है। बनारस के घाटों से प्रेरित सीढ़ियां, गंगा की लहरों से प्रेरित छत और हवेली शैली की जालीदार खिड़कियां इसकी खासियत हैं।
यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं
एयरपोर्ट परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए एक पांच सितारा होटल भी बनाया जा रहा है। सिविल कार्य पूरा होने के बाद टर्मिनल की आंतरिक सजावट में भारतीय कलात्मकता की झलक देखने को मिलेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की यह ऐतिहासिक शुरुआत क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यातायात को बढ़ावा देने के साथ ही यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेगी।