
वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी चर्चा से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि इस समय हजारों यूक्रेनी सैनिक रूसी सेना से घिरे हुए हैं और विनाशकारी स्थिति का सामना कर रहे हैं।
ट्रंप का दावा: ‘यूक्रेनी सैनिक बेहद कमजोर स्थिति में’
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक नाटकीय पोस्ट में कहा, “कल राष्ट्रपति पुतिन के साथ हमारी बहुत अच्छी और उत्पादक चर्चा हुई। इस बात की प्रबल संभावना है कि यह खूनी युद्ध समाप्त हो सकता है, लेकिन इस समय हजारों यूक्रेनी सैनिक पूरी तरह से रूसी सेना से घिरे हुए हैं और बेहद कमजोर स्थिति में हैं।”
ट्रंप ने पुतिन से सैनिकों की जान बख्शने की अपील की
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से आग्रह किया है कि वह घिरे हुए यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्शें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “यह एक भयानक नरसंहार होगा, जैसा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कभी नहीं देखा गया।” हालांकि, यूक्रेनी सैनिकों के घेरे जाने की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ट्रंप के इस दावे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी है।
पुतिन का बयान: ‘युद्ध विराम के लिए तैयार, लेकिन शांति के लिए मूल चिंताओं का समाधान जरूरी’
इससे पहले, गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के युद्ध विराम प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मास्को शत्रुता को रोकने के लिए तैयार है, लेकिन इससे स्थायी शांति स्थापित होनी चाहिए।
बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा, “हम युद्ध विराम के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह केवल अस्थायी समाधान न बने, बल्कि संकट के मूल कारणों को दूर करे।”
पुतिन का सवाल – ‘युद्ध विराम का पालन कैसे होगा?’
पुतिन ने संदेह जताते हुए सवाल किया कि क्या यूक्रेनी सेना युद्ध विराम का पालन करेगी और चिंता व्यक्त की कि इससे कीव को फिर से हथियारबंद और संगठित होने का मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा, “2000 किलोमीटर लंबी संपर्क रेखा को लेकर अन्य पहलुओं से कैसे निपटा जाएगा? हमारे लिए एक बड़ी सैन्य यूनिट की घेराबंदी करने की सभी परिस्थितियां मौजूद हैं। तो उन 30 दिनों में क्या होगा?”
जेलेंस्की ने रूस पर लगाया युद्ध को लंबा खींचने का आरोप
इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पुतिन के सतर्क रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए मॉस्को पर युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रूस शांति वार्ता के बजाय संघर्ष को जारी रखना चाहता है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बढ़ी हलचल, ट्रंप की भूमिका पर सवाल
ट्रंप के दावों और पुतिन के रुख ने वैश्विक कूटनीति में हलचल मचा दी है। विश्लेषकों का कहना है कि यह वार्ता आने वाले दिनों में युद्ध की दिशा और संभावित शांति वार्ता को नया मोड़ दे सकती है।