
इस्लामाबाद, 9 मई 2025: युद्ध के तनाव और आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर फजीहत हो गई है। पाकिस्तान सरकार के आर्थिक मामलों से जुड़े विभाग (Economic Affairs Division) के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक ऐसा पोस्ट सामने आया जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा और पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
प्लेटफॉर्म “X” (पूर्व ट्विटर) पर किए गए इस पोस्ट में लिखा गया:
“पाकिस्तान सरकार ने दुश्मन द्वारा भारी नुकसान के बाद अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से और अधिक ऋण की अपील की है। बढ़ते युद्ध और शेयर बाजार में गिरावट के बीच, हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वे पाकिस्तान को इस तनावपूर्ण समय में आर्थिक सहायता प्रदान करें।”
इस पोस्ट के सामने आते ही सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। दुनिया भर के विश्लेषकों और मीडिया संस्थानों ने इसे पाकिस्तान की गंभीर आर्थिक बदहाली का संकेत माना। पोस्ट में जिस तरह से “भीख” की भाषा का प्रयोग हुआ, उससे पाकिस्तान की छवि को गहरा झटका लगा।
पाकिस्तान ने दी सफाई, बताया ‘अकाउंट हैक’
इस शर्मनाक स्थिति के बाद पाकिस्तान सरकार की ओर से बयान आया कि यह पोस्ट ‘हैकिंग’ का परिणाम था। पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि उनका आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट असामाजिक तत्वों द्वारा हैक कर लिया गया था और उस पर सरकार की अनुमति के बिना यह पोस्ट किया गया।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और साइबर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। हम अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई गई जानकारी भ्रामक और असत्य है।”
हकीकत: विदेशी कर्ज पर टिका पाकिस्तान
हालांकि, वास्तविकता यह है कि पाकिस्तान पहले से ही आईएमएफ, विश्व बैंक, चीन और सऊदी अरब जैसे देशों और संस्थानों से कर्ज लेकर अपनी अर्थव्यवस्था को किसी तरह चला रहा है। बढ़ती महंगाई, गिरता रुपया और विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी ने पाकिस्तान की आर्थिक रीढ़ को कमजोर कर दिया है।
सोशल मीडिया पर भले ही पाकिस्तान ने हैकिंग का बहाना दिया हो, लेकिन सच्चाई यह है कि देश की आर्थिक हालत बेहद नाजुक है। और अब दुनिया के सामने बार-बार हाथ फैलाना उसकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को भी प्रभावित कर रहा है।