
नई दिल्ली, जून 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों से भारत की बीते 11 वर्षों की विकास यात्रा को लेकर अपनी राय साझा करने का आह्वान किया है। सोमवार को किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री ने नमो ऐप पर ‘जन मन सर्वेक्षण’ का लिंक साझा किया और देशवासियों से इसमें भाग लेने की अपील की। पीएम मोदी ने लिखा, “आपके विचार सबसे ज्यादा मायने रखते हैं! नमो ऐप पर इस सर्वेक्षण में भाग लें और हमें बताएं कि आप पिछले 11 वर्षों में भारत की विकास यात्रा को कैसे देखते हैं।”
एनडीए सरकार के 11 वर्ष पूर्ण
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार इस वर्ष अपने 11 साल पूरे कर रही है। मोदी ने पहली बार 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी और 2024 में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे। इस अवसर पर केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति और नीतिगत पहलों का संक्षिप्त विवरण देते हुए एक डिजिटल ई-बुक भी जारी की गई है।
जेपी नड्डा ने उपलब्धियों को बताया ऐतिहासिक
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने अकल्पनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा, “इन 11 वर्षों में देश की राजनीतिक संस्कृति में अभूतपूर्व बदलाव आया है। सुशासन की एक नई परंपरा स्थापित हुई है, जिसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और नीतिगत स्थिरता की भूमिका अहम रही है।”
राजनीतिक व्यवस्था में आया नया परिवर्तन
जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय राजनीति में एक नई सामान्यता (New Normal) की शुरुआत की है, जहां निर्णय नीतिगत सोच और देशहित पर आधारित होते हैं, न कि केवल तात्कालिक राजनीतिक लाभ पर। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इन वर्षों में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को मजबूत किया है और हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
जनभागीदारी से होगी मूल्यांकन की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया यह जन मन सर्वेक्षण केवल सरकार की रिपोर्ट कार्ड नहीं बल्कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी का माध्यम भी है। इसके माध्यम से आम जनता यह साझा कर सकती है कि उन्होंने पिछले वर्षों में देश में क्या बदलाव महसूस किए, और आगे क्या अपेक्षाएं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह सर्वेक्षण पहल न सिर्फ जन संवाद को सशक्त बनाता है, बल्कि लोकतंत्र में जनता की भूमिका को और भी मजबूत करता है। अब देखना यह है कि नागरिक इस सर्वेक्षण के माध्यम से किस तरह से अपनी राय रखते हैं और आगे के लिए क्या संकेत देते हैं।